चंडीगढ़ न्यूज़: व्हाट्सऐप के जरिए आने वाली फर्जी कॉल ने चिंता बढ़ा दी है. विदेशी नंबरों से व्हाट्सऐप कॉल ठगी का जरिया बन गया है. इसे देखते हुए मेटा ने फर्जीवाड़ा करने वाले लाखों व्हाट्सऐप नंबरों को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है.
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि व्हाट्सऐप के जरिए हो रही सेंधमारी पर लगाम लगाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. व्हाट्सऐप ने भी माना है कि लोगों की निजता सुरक्षा उसकी प्राथमिकता है. भारत सरकार के संचार साथी पोर्टल से करीब 40 लाख फर्जी कनेक्शन की पहचान हुई है. इसमें से 36 लाख को बंद भी कर दिया गया है.
ऐसे रुकेगा फर्जीवाड़ा
विशेषज्ञों का कहना है कि व्हाट्सऐप को वर्चुअल फोन नंबरों से साइन-अप की अनुमति देना बंद कर देना चाहिए. इन नंबरों को शुरू करने वाली वेबसाइटों को बंद करने का तरीका खोजना चाहिए. एक तरीका यह है कि व्हाट्सऐप अज्ञात नंबरों से संदेशों को भेजने की अनुमति देना बंद कर सकता है. हालांकि इससे केवल वही लोग संदेश या कॉल कर पाएंगे, जिनके पास एक-दूसरे के नंबर होंगे. बेहतर उपाय यह है कि उपयोगकर्ताओं को अज्ञात नंबरों से आने वाले कॉल और संदेशों को ब्लॉक करके रिपोर्ट करना चाहिए.
व्हाट्सऐप पर नए फीचर जुड़ने के कारण अब लोगों को कई व्यवसायिक संदेश मिलने लगे हैं. इन संदेशों को कई बार स्पैम की श्रेणी में रखा जाता है. घोटालेबाजों ने वर्चुअल फोन नंबर बनाने के लिए मुफ्त वेबसाइटों का उपयोग किया होगा. इन नंबर का उपयोग वे, व्हाट्सऐप पर ‘साइन-अप’ के लिए करते हैं. इसके लिए आवश्यक रूप से व्यवसायिक एपीआई की जरूरत नहीं होती. मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि व्यवसायिक चैट, तेजी से आमदनी बढ़ा सकती है.
टेलीग्राम से भी बात कर रही सरकार वैष्णव
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि सरकार व्हाट्सऐप के अलावा टेलीग्राम के साथ भी इस तरह की फर्जी कॉल को रोकने के लिए बात कर रही है. इसके अलावा अन्य मैसेजिंग ऐप के संचालकों से इस दिशा में बात चल रही है, जिससे फर्जीवाड़े के जाल को तोड़ा जा सके. भारत में व्हाट्सऐप के साथ टेलीग्राम का इस्तेमाल करने वाले लोग तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं, दूसरी सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले इन प्लेटफॉर्म पर फर्जीवाड़े का जाल भी तेजी के साथ बढ़ रहा है.