स्कूलों में शिक्षकों पर सख्ती, अगर कोई नशे की हालत में पाया गया तो दर्ज होगी FIR
स्कूलों में शिक्षकों पर सख्ती
हरियाणा के सरकारी और निजी स्कूलों में विद्यार्थियों को नशे के प्रति जागरूक किया जा रहा है। ऐसे में नशा करके स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापक पर अधिकारियों की नजर रहेगी। स्कूलों में कोई शिक्षक सिगरेट, तंबाखू का सेवन करते या फिर नशे की हालत में मिले तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। इस दिशा में स्कूल शिक्षा विभाग नियम बना रहा है। आदेश को जल्द ही हरियाणा के शिक्षा विभाग को जारी किया जाएगा।
समय समय पर अधिकारी करेंगे निरीक्षण
सरकारी व निजी स्कूलों में शिक्षा विभाग के अधिकारी निरीक्षण करेंगे। स्कूलों के अध्यापकों के बारे में विद्यार्थियों से भी फीडबेक लिया जाएगा। स्कूलों में पदस्थ अध्यापक अब सिगरेट-बीड़ी नहीं पी पाएंगे और न ही तंबाकूयुक्त पाउच गुटखा या पान चबा सकेंगे। इस लत से जुड़े अध्यापकों को सभी प्रकार के नशे से जल्द तौबा करनी होगी। दरअसल स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से नशा मुक्ति माहौल बनाने के लिए नई पहल की गई है।
विद्यार्थियों पर पड़ता है गलत प्रभाव
जिले में नशे को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने भी अभियान चलाया हुआ है। स्कूल स्तर पर नशे की प्रवृत्ति पर रोक नहीं लगी तो इसके लिए प्राचार्य को भी दोषी माना जाएगा। तंबाकू नियंत्रण पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जल्द ही होगा। कार्यशाला में इस विषय पर रणनीति बनाने की चर्चा होगी।
शिक्षा विभाग के अधिकारी करेंगे समय समय पर निरीक्षण
अध्यापक अगर स्कूल में कोई नशा करता है तो उसका विद्यार्थी पर गलत प्रभाव पड़ता है। इसी को रोकने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कदम उठाया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी संतकुमार बिश्नोई ने बताया कि नशे के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक किया जा रहा है। स्कूलों में समय समय पर नशे से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाता है। स्कूलों में अगर कोई अध्यापक या कर्मचारी कोई नशा करता है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।