हरयाणा न्यूज़: पशुपालन विभाग ने भेड़.बकरी,सूअर पालन पर करोंड़ों रुपए की लागत से शुरू होने वाले प्रोजेक्ट पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी देकर लोगों को सुनहरा अवसर प्रदान किया है। इस व्यवसाय को व्यक्तिगत, समूह व एफपीओ और स्वयं सहायता समूह द्वारा किया जा सकता है। इसके अलावा इन प्रोजेक्ट पर होने वाले खर्च को व्यक्ति स्वयं या बैंक से ऋण के माध्यम से भी कर सकता है। पशुपालन विभाग द्वारा खर्च संबंधित सारी औपचारिकताओं को सत्यापित किया जाएगा, जिसके आधार पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल के निर्देशानुसार पशुपालन विभाग द्वारा गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाकर पशुपालकों से इन योजनाओं के माध्यम से व्यवसाय शुरु करने की अपील की जा रही है।पशुपालन के बड़े व्यवसाय पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान की गई है, जो कि पशुपालकों के लिए सुनहरा मौका है। विभाग के अनुसार इन व्यवसायों को शुरु कर लोग लाखों रुपए की आमदनी कर सकते हैं। पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सा अधिकारी गांवों में पशुपालकों को इन योजनाओं की जानकारी दे रहें और पशुपालकों को इन योजनाओं का लाभ उठाने की अपील कर रहे हैं। विभाग के अनुसार पशुपालन के लिए आवेदन के लिए इच्छुक लोग विभाग के पोर्टल पर ऑन लाइन आवेदन करें।
पेरेंट हब व फार्म. यह ऐसी मुर्गियों को फार्म है, जिसमें वे मुर्गियों होंगी, जिनके अंडों से चूजे तैयार होंगे यानि मुर्गियों का प्रजनन बढ़ेगा। इसमें कम से कम एक हजार मुर्गियां रखी जाएंगी। इस प्रोजेक्ट पर 50 लाख रुपए खर्च होंगे, जिस पर 25 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है। भेड़ बकरी प्रजनन फार्म. इस फार्म में 500 मादा और 25 नर भेड़ बकरी रखी जाएंगी। इसमें करीब 22 लाख रुपए का केवल शैड बनेगा। यह प्रोजेक्ट 87 लाख रुपए 30 हजार रुपए का हैए जिस पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जा रही है। सूअर प्रजनन फार्म. सूअर पालन के इस प्रोजेक्ट में 100 सूअरी और 10 सूअर रखे जाएंगे। इसमें भी एक शैड बनेगा। इसकी प्रोजेक्ट की लागत 50 लाख रुपए है, जिस पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। पशु चारा बनाने का प्रोजेक्ट.पशुपालन के साथ.साथ पशुओं के लिए चारा बनाने का प्रोजेक्ट भी लगाया जा सकता है, जिस पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। यह प्रोजेक्ट भी 85 लाख रुपए का है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से ऐसा चारा तैयार किया जाएगा किया जाएगा तो गर्मियों के मौसम में हरा चारे के विकल्प के तौर पर काम करेगा।
क्या कहते है अधिकारी: इस बारे में पशुपालन विभाग के कार्यवाहक उप निदेशक डा प्रदीप कालीरामण ने बताया कि कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल द्वारा बड़े स्तर के पशुपालन के लिए बहुत ही महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की हैं, जिन पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी का प्रावधान किया है। इन योजनाओं के बारे में पशुपालकों को जानकारी दी जा रही है ताकि लोग इन व्यवसाय को अपनाएं। उन्होंने बताया कि इन प्रोजेक्ट पर स्वयं या बैंक से लोन के माध्यम से दोनों तरह से खर्च किया जा सकता है, लेकिन खर्च को विभाग सत्यापित करेगा, उसके बाद ही सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा।