RSS प्रमुख मोहन और सीएम मनोहर करेंगे वटवृक्ष की पूजा, आज श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप का लोकार्पण
आज श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप का लोकार्पण
कुरूक्षेत्र: विश्व प्रसिद्ध गीता स्थली ज्योतिसर में भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप को स्थापित कर दिया गया (Virat Form Of Shri Krishna In Kurukshetra) है. . इस विराट मूर्ति का अनावरण आज आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और सीएम खट्टर ने किया. मूर्ति के अनावरण की शुरूआत वटवृक्ष की पूजा से शुरू हुई. इस सीएम खट्टर, डॉक्टर मोहन भागवत और राज्यपाल वट वृक्ष की पूजा में शामिल हुए. वट वृक्ष श्री कृष्ण के गीता के उपदेश का साक्षी है.
उपायुक्त ने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अधिकारियों की ड्यूटियां लगा गई थी ताकि किसी भी स्तर पर कोई कमी ना रहे. इस प्रोजेक्ट के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की थी और इस घोषणा के अनुसार राज्य सरकार की तरफ से 13 करोड़ 63 लाख रुपए की अनुदान राशि मुहैया करवाई गई है. इस कार्य को पर्यटन विभाग की तरफ से पूरा किया गया है. इस स्थल पर विराट स्वरूप स्थापित करने की मांग पिछले 16 सालों से की जा रही थी.
चार धातुओं से तैयार किया गया है भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप- उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध शिल्पकार डा. राम सुतार द्वारा 17 सितंबर 2019 को भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप का निर्माण कार्य शुरु किया था. डॉ. राम सुतार को यह विराट स्वरूप बनाने के लिए 9 करोड़ 49 लाख 90 हजार रुपए की राशि का भुगतान किया गया है. इस विराट स्वरूप को 4 तरह की धातुओं से बनाया गया है और यह 40 फिट ऊंची प्रतिमा है. इसका वजन 35 टन का बताया गया है. इस विराट स्वरूप का निर्माण नोएडा में किया गया और नोएडा से इस स्थल पर अलग-अलग टुकड़ों में लाकर विराट स्वरूप को स्थापित किया गया है.
दुनिया के कोने-कोने से पहुंचेंगे पर्यटक- इस विराट स्वरूप का निर्माण कार्य 15 मार्च 2022 को पूरा किया गया और इसे स्थापित करने के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड को सौंपा गया. अब इस विराट स्वरूप को स्थापित कर दिया गया है और 30 जून से इस विराट स्वरूप के दर्शन पर्यटक और श्रद्धालु सहजता से कर पाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि ज्योतिसर को विश्व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे है. इस गीता स्थली में महाभारत थीम पर आधारित एक प्रोजेक्ट के लिए 205.58 करोड़ रुपए की राशि भी मुहैया करवाई है. इस स्थल पर थीम पार्क प्रपोजल, सरस्वती नदी का महाभारत काल के दौरान महत्व सहित अन्य विषयों को शामिल किया जाएगा.