चंडीगढ़। वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवरपाल ने कहा कि वन्य जीव और भारतीय संस्कृति में एक अटूट रिश्ता है वन्य जीव प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनसे प्रकृति के सौंदर्य में वृद्धि होती है वहीं यह कई वैज्ञानिक अध्ययनों का आधार भी हैं।
कंवरपाल गुरुवार को यमुनानगर जिले के हथनी कुंड बैराज के परिसर में वन्य जीव सुरक्षा सप्ताह, 2023 के तहत एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने इससे पहले वन्य प्राणियों पर लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति एक अनूठी संस्कृति है ऐसी संस्कृति की मिसाल दुनिया में कहीं भी नहीं मिलती है। अहिंसा परमो धर्म और जियो और जीने दो के सिद्धांतों को हमें मां की गोद में ही सिखाना शुरू कर दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि दुनिया आज जीव जंतु संरक्षण की बात कर रही है लेकिन सच पूछो तो हमारे लिए यह कोई नई बात नहीं है। हमारे ऋषि-मुनियों ने हमें जीव सरंक्षण का उपदेश दिया, यही उपदेश पीढ़ी दर पीढ़ी चल रहा है और उसे हम बखूबी आज भी निभाते आ रहे हैं।
कंवरपाल ने बताया कि हरियाणा ही नहीं देशभर में 2 से 8 अक्टूबर तक वन्य जीव सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वन्यजीवों को सुरक्षित करने के लिए आम लोगों में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता लाने के लिए यह वन्यजीव सप्ताह मनाया जा रहा है। इस सप्ताह के दौरान ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने और वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए लोगों में चेतना फैलाई जा रही है।