RTI में खुलासा- 6 रुपये का इंजेक्शन 263 रुपये में खरीदा, कोरोना काल में दवाओं की खरीद में घोटाला
कोरोना काल में दवाओं की खरीद में एक बार फिर घोटाले की दुर्गंध आने लगी है। ताजा मामला सोनीपत के खानपुर स्थित बीपीएस महिला गवर्नमेंट मेडिकल कालेज, रोहतक के पंडित भगवत दयाल शर्मा पीजीआइएमएस और झज्जर के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट से जुड़ा है। कोविड काल में हिपरिन इंजेक्शन (25000 आइयू) हजारों की तादात में खरीदे गए।
मगर तीनों संस्थानों में इन इंजेक्शन के दाम अलग-अलग हैं। बीपीएस महिला गवर्नमेंट मेडिकल कालेज में तो सभी रिकार्ड तोड़ते हुए एक इंजेक्शन के लिए 263.50 रुपये कीमत चुकाई गई। वहीं, रोहतक पीजीआइ में नौ हजार हिपरिन इंजेक्शन खरीदे गए। इसके लिए 79 रुपये और जीएसटी का भुगतान किया गया। चौंकाने वाली बात है कि इसी दौरान नेशनल कैंसर इंस्टीट््यूट ने इस इंजेक्शन के लिए महज छह रुपये व जीएसटी का भुगतान किया। तीनों संस्थानों में हिपरिन इंजेक्शनों के अलग-अलग रेट ने इस खरीद प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सरकारी अस्पतालों में हुई खरीदा की जानकारी मांगी
हिसार निवासी कृष्ण कुमार ने सूचना के अधिकार कानून के तहत विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कोरोना काल के दौरान हुई खरीद की जानकारी मांगी। इसमें उन्होंने बीपीएस महिला गवर्नमेंट मेडिकल कालेज, रोहतक पीजीआइ और नेशनल कैंसर इंस्टीट््यूट से हिपरिन इंजेक्शन के दाम को लेकर सूचना ली। तीनों सरकारी अस्पतालों ने एक ही इंजेक्शन अलग-अलग रेट में खरीदे थे। कृष्ण ने इसकी शिकायत पंचकूला स्थित विजिलेंस ब्यूरो सहित मुख्य सचिव और स्वास्थ्य विभाग से की है।
भारी कमीशन का शक
शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि छह रुपये के इंजेक्शन को भारी दाम देकर खरीदने पर प्रथम दृष्टया तो यही लगता है कि मोटा कमीशन देकर इसे सरकारी अस्पतालों को बेचा गया है। इस मामले की गहनता से जांच हो, तभी हकीकत सामने आ सकती है।
खून पतला करता है हिपरिन इंजेक्शन
हिपरिन इंजेक्शन का प्रयोग कोविड काल में दिल के उन मरीजों के लिए किया गया था जिनके रक्त में थक्का जम जाता था। यह इंजेक्शन खून को पतला करने का काम करता है।
मामले का संज्ञान लिया गया है
इस मामले से जुड़ी शिकायत सोमवार को ही हमारे पास मार्क होकर आई है। इसका संज्ञान लिया गया है। हम देख रहे हैं कि दवा की खरीद किस प्रकार की गई।
- राजीव महेंद्रू, निदेशक, बीपीएस महिला गवर्नमेंट मेडिकल कालेज, सोनीपत।
फाइल देखने पर बता पाऊंगा
कोविड काल में बहुत सी चीजें खरीदी गई हैं। रेट को लेकर मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। फाइल देखने पर बता पाऊंगा।
-एसएस लोहचब, निदेशक, पंडित भगवत दयाल शर्मा पीजीआइएमएस, रोहतक।