करनाल। सीएम सिटी करनाल में स्पा सेंटरों की आड़ में चल रहे वेश्यावृत्ति के धंधे पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने एक बार फिर कार्रवाई की। शुक्रवार को पुलिस की टीम में सेक्टर 12 स्थित सुपर माल में चल रहे स्पा सेंटरों में छापेमारी की। पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी के दौरान स्पा सेंटर संचालकों में हड़कंप मच गया। इस दौरान अलग-अलग स्पा सेंटरों में कई युवतियों और युवकों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया है। पुलिस ने सभी को थाने ले जाकर आगामी कार्रवाई की।
बता दें कि करनाल में लंबे समय से स्पा सेंटरों की आड़ में सैक्स रैकेट चलाए जा रहे हैं। पुलिस द्वारा समय-समय पर इन स्पा सेंटरों पर छापेमारी भी की जाती है। इसी कड़ी में शुक्रवार को भी डीएसपी मुकेश और सिविल लाइन थाना एसएचओ की अगुवाई में स्पा सेंटरों में छापेमारी की गई। शहर से सेक्टर 12 स्थित सुपर माल में तीन स्पा सेंटरों में रेड की गई। इस दौरान पुलिस को मौके पर कई युवतियां और युवक आपत्तिजनक हालत में मिले हैं। अलग-अलग स्पा सेंटर से पुलिस ने 11 लड़कियों और 4 युवकों को हिरासत में लिया है। छापेमारी में पुलिस को स्पा सेंटरों से अंदर आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ है। पुलिस ने हिरासत में ली गई सभी युवतियों और युवकों मोबाइल फोन और पर्स आदि अपने कब्जे में ले लिए। इसके बाद पुलिस सभी को थाने ले गई, जहां उनसे पूछताछ की गई।
बता दें कि शहर के पॉश एरिया सेक्टर 12 में स्थित सुपर मॉल में कई स्पा सेंटर चल रहे हैं, जिनमें खुलेआम वेश्यावृत्ति का धंधा किया जा रहा है। यहां स्पा सेंटरों में काम करने के लिए दूर-दूर से युवतियां आती हैं। इससे पहले भी पुलिस कई बार इन स्पा सेंटरों पर छापेमारी कर चुकी है, लेकिन मसाज पार्लर और स्पा सेंटरों के नाम पर सैक्स रैकेट चलाने वालों पर पुलिस की कार्रवाई को कोई फर्क नहीं पड़ता। हैरानी की बात यह है कि सेक्टर 12 के जिस एरिया में ये स्पा सेंटर चलाए जा रहे हैं, उससे चंद कदमों की दूरी पर ही जिला सचिवालय भी है, जहां पुलिस अधीक्षक और जिला उपायुक्त से लेकर तमाम प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तर हैं। पूरे दिन यहां अधिकारियों का आना-जाना रहता है। इसके बावजूद सचिवालय से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित सुपर मॉल वैश्यावृति का गठ बन गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विधानसभा क्षेत्र में स्पा सेंटरों की आड़ में चल रही वैश्यावृति के खिलाफ विपक्षी नेता भी कई बार आवाज उठा चुके हैं। पुलिस भी छापेमारी कर कार्रवाई करने का दावा करती है। इसके बाद सालों से यह धंधा इसी प्रकार निरंतर चल रहा है। ऐसे में जरुरत है कि इसके खिलाफ कोई सख्त कदम उठाया जाए।