रेवाड़ी न्यूज़: हरियाणा के रेवाड़ी में सेना का कर्नल बनकर एक शातिर ठग ने एक ट्रांसपोर्टर से ठगी की. शातिर ने पहले लखनऊ के लिए बस बुक कर उसे 30 किलोमीटर दूर पटौदी बुलाया और फिर उसे क्यूआर कोड भेजकर एडवांस पैसा जमा करने की बात कहकर खाता साफ कर दिया. बेटी के खाते से भी पैसे ले लिए. साइबर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
अनजान नंबर से कॉल
प्राप्त जानकारी के अनुसार रेवाड़ी शहर के मॉडल टाउन निवासी राजबीर सिंह ट्रांसपोर्ट का काम करता है. उसके पास कई बसें हैं. कुछ दिन पहले उसके पास एक अनजान नंबर से फोन आया और खुद को सेना में कर्नल बताते हुए बस बुक करने की बात कही.
धूर्त व्यक्ति ने राजबीर से कहा कि उसे पटौदी सीएसडी कैंटीन से लखनऊ जाने के लिए 50 सीटर बस चाहिए. राजबीर ने बस का किराया बताया. दोनों के बीच 55 हजार रुपए किराए पर लखनऊ जाने का सौदा हुआ.
दो दिन यूपी टैक्स भी काटा
राजबीर की मानें तो बुकिंग फाइनल होते ही उन्होंने अपनी बस का 2 दिन का उत्तर प्रदेश टैक्स भी कटवा लिया. सुबह 9 बजे बस पटौदी भेजने को कहा था, लेकिन शातिर ने फिर फोन कर एक घंटे पहले बस भेजने को कहा. साथ ही कहा कि वह 90 फीसदी किराया ऑनलाइन एडवांस में भेजेंगे और बाकी पैसे ड्राइवर को देंगे.
इसके लिए आरोपी ने उससे कहा कि वह पेटीएम चलाता है. राजबीर ने फोन-पे के इस्तेमाल की बात कही. इस पर शातिर उसके नंबर पर पैसे भेजने के लिए कहने लगा.
क्यूआर कोड भेजकर ठगी की
शातिर राजबीर को बार-बार फोन करता रहा. इस बीच, उसने उसके मोबाइल पर एक क्यूआर कोड भेजा और उसे स्कैन करने और 90 प्रतिशत राशि का भुगतान करने के लिए कहा. उसके बताए अनुसार राजबीर ने रकम भर दी. इसके बाद दोबारा फोन आया और बताया कि इस खाते में पैसा नहीं जा रहा है.
यदि उसके परिवार में से किसी के पास फोन-पे या अन्य प्लेटफॉर्म से पैसा लेने का विकल्प है तो वह उसे यह बार कोड भेज दे. इसके बाद राजबीर ने अपनी बेटी को क्यूआर कोड भेजा, लेकिन पैसे लेने की बजाय बेटी के खाते से 10 हजार रुपये कट गए. यहीं से राजबीर को शक हुआ. राजबीर ने जब अपना खाता चेक किया तो उसके खाते से भी पैसे कट गए.
1.9 लाख रुपये की ठगी की
राजबीर ने बताया कि शातिर ने उसके खाते से 4 ट्रांजैक्शन कर एक बार उसकी बेटी के खाते से 99 हजार 98 रुपये व 10 हजार रुपये निकाल लिये. दोनों खातों से कुल 1 लाख 9 हजार 98 रुपये निकाले गए हैं. इधर पटौदी स्थित सीएसडी कैंटीन के बाहर राजबीर की बस काफी देर तक खड़ी रही.
ठगी का पता चलने पर राजबीर ने बस को वापस बुला लिया और लेन-देन की पूरी जानकारी पुलिस को दी. साइबर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.