बीके अस्पताल में मरीजों के लिए एसी लगाने की तैयारी

Update: 2023-03-04 08:00 GMT

हिसार न्यूज़: बीके अस्पताल में मरीजों को गर्मी से निजात दिलाने के लिए एयर कंडीशनर(एसी) लगाए जाएंगे. पहले से लगे एसी को ठीक करवाया जाएगा.

गर्मियों में मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. पीएमओ की तऱफ से तैयार इस योजना पर अमल करना शुरू कर दिया है. रंगों के त्योहार होली के बाद इस पर काम तेज कर दिया जाएगा. अस्पताल में एसी लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वार्ड और ओपीड़ी हाल को प्राथमिकता दे रहे हैं. दरअसल, इन स्थलों पर मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या रहती है. जच्चा-बच्चा वार्ड में भी गर्मियों के दौरान तापमान अनुकूल बनाए रखने की ज्यादा आवश्यकता रहती है. सर्जिकल वार्ड में भी ऑपरेशन के बाद एसी की आवश्यकता रहती है. इसके अलावा दफ्तर को दूसरे नम्बर पर रखा जा रहा है. खासतौर से ऐसे दफ्तर जो अस्पताल परिसर से बाहर हैं और वहां पब्लिक डीलिंग नही होती है, तो ऐसी जगह कूलर लगाने की

अस्थायी अस्पताल के एसी की सर्विस होगी

कोरोनाकाल में कोरोना के मरीजों के लिए बीके अस्पताल परिसर में बनाए गए 100 बेड के अस्थायी अस्पताल के एसी की भी सर्विस की जाएगी,ताकि यहां भर्ती मरीजों को अनुकूल तापमान मुहैया करवाया जा सके. गौरतलब है कि इस अस्पताल को स्टील के कंटेनरों से बनाया गया है. यह पूरी तरह से कवर है और इसके हर वार्ड में एसी लगाए हुए है. यहां खिड़की खोलने का प्रावधान नही है. गर्मियों में हर वक्त एसी चलांना पड़ता है.

अस्पताल में पांच हजार लोगों की रोजाना आवाजाही

सरकारी बीके अस्पताल में रोजाना करीब पांच हजार लोगों की आवाजाही होती है. ओपीड़ी में जहां ़करीब दो हजार मरीज आते हैं, वहीँ 200 बेड पर मरीज भर्ती रहते है. इन मरीज़ों के साथ उनके परिजन भी होते है. ओपीड़ी में सबसे ज्यादा भीड़ रहती है. यहां स्वास्थ्य विभाग ने सेंट्रल एसी लगया हुआ है, लेकिन अस्पताल में अग्नि शमन के बन्दोबस्त के लिए यहां काम चल रहा है. इस वजह से इस हाल में एसी सही ढंग से काम नही कर रहे थे. इससे लोगों को काफी दिक्कत हो रही थी. बहरहाल, इस बार गर्मियों में मरीजों को परेशानी न हो, इसलिए पहले ही तैयारी शुरू कर दी है.

पंजीकरण केंद्र के बाहर पंखे ठीक कराए जाएंगे

बीके अस्पताल के मुख्य गेट के बाहर मरीजों के पंजीकरण के लिए बनाए गए शेड में भी हवा का बंदोबस्त किया जाएगा. जो पंखे खराब हैं, उन्हें ठीक किया जाएगा. जरूरत पड़ी तो नए पंखे भी लगाए जाएंगे. इसी प्रकार पंजीकरण शेड के सामने औषधि केंद्र के शेड में लगे पंखों की जांच भी की जाएगी.

Tags:    

Similar News

-->