कैथल। सीआईए-टू की प्रताड़ना से तंग आकर गांव भागल निवासी होशियार सिंह द्वारा की गई आत्महत्या का मामला लगातार तुल पकड़े हुए हैं। जिसको लेकर भागल निवासी कैथल जिला अस्पताल पहुंचे जहां पर उन्होंने मृतक के शव को लेने से इंकार कर दिया और मांग की कि जब तक सीआईए पुलिस के सभी कर्मचारियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक शव को नही लेंगे। ग्रामीण इतने क्रोधित थे कि जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा मनाने पर भी नहीं माने और अपनी मांगों पर अड़े रहे जिसके बाद उन्होंने कैथल के सर छोटू राम चौक पर आकर जाम लगा दिया।
डीएसपी विवेक चौधरी ने ग्रामीणों को बताया कि पुलिस ने उनकी मांग अनुसार चार पुलिस कर्मचारियों के नाम एफ.आई.आर में जोड़ लिए हैं और जल्द ही मामले की जांच कर दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों द्वारा जब डीएसपी से पूछा गया कि सभी आरोपी कहां है तब डीएसपी ने कहा कि सीआईए के जिन पुलिस कर्मचारियों पर आरोप लगे हैं वह फिलहाल फरार चल रहे हैं जिनको जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल डीएसपी विवेक चौधरी द्वारा ग्रामीणों से दोषी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के लिए दो दिन का समय मांगा गया जिस पर ग्रामीण सहमत हो गए और उसके बाद उन्होंने जाम को खोल दिया। बता दें कि कैथल सीआईए-टू पुलिस ने चोरी का फोन प्रयोग करने के आरोप में शुक्रवार रात 9 बजे भागल निवासी होशियार सिंह के बेटे मलकीत को हिरासत में लिया था और परिजनों को सुबह थाने में बुला लिया था। अगले दिन जैसे ही सुबह युवक का पिता होशियार सिंह कुछ ग्रामीणों को साथ लेकर सीआईए थाना में पहुंचा तो वहां उसे सीआईए पुलिस कर्मचारी एएसआई प्रदीप ने धमकाना शुरू कर दिया। आरोप है कि सीआईए टू पुलिस के जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप सिंह ने मृतक होशियार सिंह को धमकी दी कि या तो तुम अपना गुनाह कबूल कर लो या फिर हम तुम्हारी बेटी को थाने में उठाकर लेकर आऊंगा। इसके बाद मृतक होशियार सिंह कोई बहाना लगाकर थाने से बाहर आया और कुछ दूरी पर जाकर पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद मृतक के भाई की शिकायत पर एएसआई प्रदीप व तीन अन्य पुलिसकर्मियों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है। वहीं जाम लगाने पहुंच मृतक की पत्नी और बेटी का कहना है कि जिस मोबाइल के आरोप में सीआईए ने युवक को घर से उठाया वह मोबाइल खेत के पास सड़क किनारे मिला था। अनजाने में युवक ने उसमें अपनी सिम डाल ली थी। मृतक की बेटी का कहना है कि जिन पुलिस कर्मचारियों की वजह से उनके पिता ने तंग आकर अपनी जान दी है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।