पीएम ने "मन की बात" में यमुनानगर के सुभाष की सराहना करते हुए कही ये बात
पीएम ने “मन की बात” में यमुनानगर के सुभाष की सराहना करते हुए कहा कि वह फिजिकल एजुकेशन के टीचर थे
पीएम ने "मन की बात" में यमुनानगर के सुभाष की सराहना करते हुए कहा कि वह फिजिकल एजुकेशन के टीचर थे और उन्होंने नौकरी करते समय मधुमक्खी के छह डिब्बे अपने घर पर रखे थे ताकि वह उनसे शुद्ध शहद खा सकें. उसके बाद धीरे-धीरे उन्होंने इसकी जानकारी ली और इसी कार्य की तरफ बढ़ते चले गए और आज 6 बॉक्स से दो हजार से ज्यादा बॉक्स में मधुमक्खी पालन का कार्य कर रहे हैं और लाखों रुपए की आमदनी हो रही है. जिसके साथ साथ देश में भी सुभाष कंबोज का नाम रोशन हो रहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री का बहुत-बहुत धन्यवाद किया कि पूरे देश में उन्होंने उनके कारोबार के बारे में जिक्र किया.
साढ़े तीन हजार किसानों को भी दे चुके है मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग
यमुनानगर के गांव हबसपुर में रहने वाले किसान सुभाष कंबोज ने बताया कि वह एक फिजिकल एजुकेशन के टीचर थे. उस समय उन्होंने अपने घर में शहद खाने के लिए 6 बॉक्स मंगवाए, और उनमें मधुमक्खी पालन शुरू कर दिया. जिसके चलते धीरे-धीरे बॉक्स बढ़ते गए और साथ-साथ शहद का कारोबार भी देश में फैलने लगा. इसके अलावा वह कई राज्यों में जाकर लगभग साढ़े तीन हजार किसानों को मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग भी से चुकें है.
यमुनानगर जिले का नाम हुआ रोशन
सुभाष कंबोज के घर उनकी पत्नी एक बेटा और एक बेटी हैं, दोनों बच्चे अभी पढ़ाई कर रहे हैं. बीटेक की पढ़ाई करने के साथ साथ बेटा अब शहद के कारोबार में अपने पापा का साथ देने लगा है. बहराल पीएम द्वारा मन की बात में किसान कंबोज का जिक्र करने के बाद सुभाष कंबोज का पूरा परिवार खुदको गौरवान्वित महसूस कर रहा है और इसमें भी कोई दो राय नहीं है की सुभाष कंबोज के साथ यमुनानगर जिले का भी जिक्र हुआ है जिससे पूरे जिले का भी नाम रोशन हुआ है.