गुडगाँव न्यूज़: सेक्टर-14 में वाटिका बिल्डर के खिलाफ खरीदारों ने प्रदर्शन किया. इसके पहले वरिष्ठ नगर योजनाकार (एसटीपी) रेणुका सिंह से मिले. खरीदारों का आरोप है कि 13 साल से बिल्डर उन्हें गुमराह कर रहा है. बिल्डर न तो दुकान दे रहा है और न ही पांच साल से निश्चित रिटर्न दे रहा है.
एसटीपी ने बिल्डर प्रबंधन को प्रोजेक्ट में देरी के लिए फटकार लगाई. उन्होंने जल्द ही ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट (ओसी) की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए निर्देश दिया. यहां पर बिल्डर प्रबंधन के भी प्रतिनिधि विशाल सैनी पहुंचे. लेकिन इस मामले में बोलने से इंकार कर दिया.
दोपहर 12 बजे दो दर्जन से अधिक खरीदार सेक्टर-14 एसटीपी दफ्तर पहुंचे. उन्होंने पहले वरिष्ठ नगर योजनाकार रेणुका सिंह के साथ बैठक की. खरीदारो ने कहा किह सेक्टर-83 के 10.718 एकड़ पर वाटिका नेक्ट सिटी सेंटर प्रोजेक्ट वर्ष 2007 में शुरू हुआ था. इस प्रोजेक्ट को वर्ष 2012 तक पूरा होना था. इसमें करीब 1420 खरीदार हैं. प्रोजेक्ट के खरीदार अजय ढिंगरा ने कहा कि पिछले छह वर्ष से कोई काम ही नहीं हो रहा है. इसमें छह टावर हैं. टावर ए, बी और सी तैयार हैं. लेकिन इनका ओसी नहीं मिला है. इसमें बिल्डर ने ही अपनी सहयोगी कंपनियों के इंस्टीट्यूट और ऑफिस आदि खोल लिए हैं. निवेशकों को किराया तक नहीं दिया जा रहा है.
ओसी के लिए प्रक्रिया तेज करने के निर्देश
एसटीपी रेणुका सिंह ने बिल्डर पक्ष के प्रतिनिधि से कहा कि वह ओसी के लिए प्रक्रिया तेज करें. खरीदारों को यह भी बताया गया कि बिल्डर के बारे में कई फैसले डीटीसीपी स्तर से लिए जाते हैं.
पुराने प्रोजेक्ट पूरे होने के बाद नए का लाइसेंस मिले
खरीदारों ने मांग की है कि बिल्डर के पुराने प्रोजेक्ट पूरे नहीं हो जाएं, तब तक नए प्रोजेक्ट के लिए लाइसेंस न दिया जाए. खरीदार आरके बाधवन ने कहा कि 90 की उम्र में बिल्डर और एसटीपी दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ रहे है. हर महीने विभागों में आते है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है.