महिला आरक्षण में OBC कोटा न होने से नाराज लोगों ने फूंका प्रधानमंत्री का पुतला
गोहाना। सरकार की तरफ से संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण बिल को दोनों सदनों में पास हो गया है। इस बिल के समर्थन में 547 मत आए तो वहीं विरोध में 2 ही मत आए। कांग्रेस पार्टी के अलावा अन्य सभी पार्टियों ने इस बिल का समर्थन किया, लेकिन कांग्रेस के साथ ही कुछ अन्य दलों ने शर्तें भी रखीं। कांग्रेस ने इस बिल में ओबीसी आरक्षण देने की मांग की है। दरअसल इस महिला आरक्षण बिल में एससी-एसटी की महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान तो है, लेकिन ओबीसी महिलाओं के लिए इसमें कोई प्रावधान नहीं हैं। अब इसी को लेकर राजनीतिक संगठनों और सामाजिक संगठनों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। वहीं बीजेपी की महिला सेल इस महिला आरक्षण बिल पास होने की खुशी में जश्न मनाया और बिल का स्वागत करते हुए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।
महिला आरक्षण कानून में ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण में कोई कोटा नहीं होने से नाराज ओबीसी समाज के लोगों गोहाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका है। राष्ट्रीय अति पिछड़ा वर्ग अधिकार मंच के बैनर तले महिला आरक्षण कानून का विरोध किया जा रहा है। ओबीसी समाज के नेताओं का कहना सरकार ने पिछड़े वर्ग के साथ अन्याय किया है। महिला आरक्षण कानून में ओबीसी महिलाओं को अधिकार से वंचित किया गया। 2014 में राजनाथ ने कहा था हमारी सरकार बनती है तो हम जाति के आधार पर जनगणना करवाएंगे। बीजेपी सरकार ने बनाने के लिए देश के 42 प्रतिशत लोग हैं। वोट देकर सरकार बनवाई। मगर इस मोदी ने ओबीसी के साथ कुठाराघात किया है। नरेंद्र मोदी नकली ओबीसी हैं, पहले इसे ओबीसी बताया गया फिर इसे अति पिछड़ा बताया गया। यह सरकार नहीं चाहती कि ओबीसी और ओबीसी महिलाओं को उनका अधिकार दिया जाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अभी नरेंद्र मोदी के विरोध में पुतला फूंका है। अगर इस सरकार ने ओबीसी समाज को उसका 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं दिया तो आगामी चुनाव में जिस प्रकार से कांग्रेस को हराया था। उसी प्रकार से बीजेपी को सत्ता से हटाने का काम करेंगे। इस सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो हरियाणा में ही नहीं पूरे देश पुतले फूंके जायेंगे। आने वाले समय में इस बीजेपी सरकार को सत्ता से फेंकने का काम करेंगे।