Panipat: पानीपत जिले में पिछले वर्ष 11 जुलाई को गांव नवादा पार व Pathargarhके बीच यमुना नदी का तटबंध टूटने से करीब 26 गांवों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई थी। कई गांवों के रास्तों व सड़कों पर पानी भरने से ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इस बार पानीपत जिला प्रशासन व सिंचाई विभाग बाढ़ से बचाव को लेकर पहले से ही मुस्तैद है। सिंचाई विभाग द्वारा यमुना नदी में तटबंध के किनारे इस बार एक दर्जन से ज्यादा गांवों में करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से दो दर्जन पत्थरों की ठोकरें लगवाई जा रही हैं। इनमें से विभाग द्वारा 12 ठोकरें तो नयी लगवाई जा रही हैं और 12 ठोकरों की मरम्मत करवाई जा रही है।सिंचाई विभाग के एक्सईएन सुरेश सैनी व एसडीओ सर्वजीत सिंह ठोकरें लगाने के सारे कार्य की निरंतर निगरानी कर रहे हैं और विभाग के दो जेई प्रवीन व अनिल तो यमुना तटबंध पर ही अपना डेरा डाले हुए हैं।