पुलिस ने आरोपी को तीन दिन पहले ही गिरफ्तार किया था और दो दिन पहले कोर्ट में पेशी के लिए उसका मेडिकल भी कराया गया। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर आरोपी को जेल भेज दिया गया था। पुलिस के मताबिक ग्रामीणों की भीड़ ने आरोपी से मारपीट की दी थी। उन्हीं चोटों के चलते आरोपी की तबीयत बिगड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
जिसे जेल में प्राथमिक उपचार भी दिया गया, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं होने पर आरोपी को इलाज के लिए नागरिक अस्पताल लाया जा रहा था। इस दौरान रास्ते में ही आरोपी ने दम तोड़ दिया। वहीं मृतक के भाई विकास सैनी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उसके भाई की काफी पिटाई की है। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई।
जानकारी के अनुसार शेखर (33) थाना मतलौडा क्षेत्र के कवी गांव रहने वाला था और हलवाई का काम करता था। आरोपी पर दस सितंबर को एक नाबालिग के साथ दुराचार करने का आरोप लगा था। इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपी शेखर से मारपीट की थी।
शिकायत मिलने के बाद थाना मतलौडा पुलिस ने 11 सितंबर को आरोपी शेखर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जेल में डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच करने के बाद बताया कि आरोपी के सिर में चोटें आई हैं और उसके सीने में भी दर्द हो रहा था। इसलिए उसको जिला जेल में प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ है। इसके बाद पुलिस की गारद शेखर को जिला नागरिक अस्पताल लेकर जा रही थी। इस दौरान उसने रास्ते में दम तोड़ दिया।
अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया। वहीं सेक्टर 29 के थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश मिले हैं। उनकी देखरेख में चिकित्सकों का बोर्ड रविवार को शव का पोस्टमार्टम करेगा। जिसमें मौत के कारणों का पता लगेगा।
जिला जेल में एक बंदी की तबीयत बिगड़ने और फिर उसकी मौत की सूचना मिली थी। पुलिस ने शव को शवगृह में रखवा दिया है। चिकित्सकों के बोर्ड में शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।