किसान आंदोलन के 18वें दिन भी 139 ट्रेनों का संचालन प्रभावित , 66 ट्रेन रद्द तो 71 का बदले मार्ग बढ़ी परेशानी
अम्बाला : किसान आंदोलन के कारण रद्द हो रही और बदले मार्ग से चलने वाली ट्रेनों के कारण पहले ही यात्री काफी परेशान हैं। वहीं, रेलवे स्टेशन पर उद्धोषणा न होने से भी यात्रियों को काफी दिक्कतें आ रही हैं। ऐसी शिकायतें रोजाना स्टेशन पर तैनात अधिकारियों तक पहुंच रही हैं।
इसका उदाहरण ट्रेन नंबर 15708 आम्रपाली एक्सप्रेस है। इसके इंतजार में प्रवासी श्रमिक स्टेशन पर डटे रहते हैं, लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी जब ट्रेन नहीं तो पूछताछ केंद्र से पता चलता है कि ट्रेन अंबाला से नहीं बल्कि दूसरे रास्ते से कटिहार की तरफ जा रही है। ऐेसे में उन्हें दिक्कत हो रही है।
बनूड़ से आए यात्री, निकल गई ट्रेन
बनूड़ पंजाब से अंबाला कैंट स्टेशन पर आए गोपाल, कृष्ण, मंगू, जुगनु, हंसमुख बौर भैरो ने बताया कि उन्हें मध्यप्रदेश में सतना जाना था। सुबह छह बजे स्टेशन पर आ गए थे। लेकिन ट्रेन की सूचना नहीं मिली। जब पूछताछ केंद्र पर गए तो बताया कि ट्रेन को निकल गई है। अब चार घंटे हो गए हैं। शाम को सात बजे दूसरी ट्रेन के आने का समय बताया गया है। अब इंतजार करने के अलावा कोई चारा नहीं है।
बीच रास्ते संचालित ट्रेनों की भी नहीं जानकारी
वहीं, बदले मार्ग से चलने वाली ट्रेनों को लेकर भी स्टेशन के सहयोग केंद्र पर कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल रही कि ट्रेन के स्टेशन पर आने का समय क्या है? क्योंकि चंडीगढ़-साहनेवाल के बीच एकल लाइन पर मालगाड़ियों सहित मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन हो रहा है। अगर इस लाइन पर एक बार मालगाड़ी चल पड़ी तो फिर इसके पीछे दर्जनों मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की लाइन लग जाती हैं। ऐसे में ट्रेन कहां है और कब पहुंचेगी। रेलवे की वेबसाइट और एप पर केवल ट्रेन के देरी से पहुंचने का ही संदेश आता है।
18वें दिन भी प्रभावित 139 ट्रेनें
अंबाला-लुधियाना रेल सेक्शन के शंभू रेलवे स्टेशन के नजदीक रेलवे लाइन पर 17 अप्रैल से किसान डटे हुए हैं। किसानों को रेलवे मार्ग पर बैठे हुए 18 दिन का समय बीत चुका है। इस कारण 3200 से अधिक ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो चुका है। वहीं, शनिवार को भी अंबाला मंडल से निकलने वाली 139 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। इस दौरान 66 ट्रेनों को पूर्ण रूप से रद्द रखा गया। वहीं 71 ट्रेनों को बदले मार्ग यानी धूरी-जाखल और चंडीगढ़-साहनेवाल के रास्ते चलाया गया। जबकि 12 ट्रेनों को बीच रास्ते रद्द करके पुन: संचालित किया गया।
ट्रेनों के संचालन से जुड़ी सभी जानकारी यात्रियों को देने के निर्देश दिए गए हैं। अगर सहयोग केंद्र पर ट्रेनों के संबंध में उद्धोषणा नहीं हो रही है तो इस संबंध में पूछताछ की जाएगी। रद्द ट्रेनों और बदले मार्ग से चलने वाली ट्रेनों को लेकर भी विशेष निर्देश जारी किए गए हैं कि कुछ देर के अंतराल के बाद इन ट्रेनों की भी घोषणा की जाए।