स्कूल वाहनों के फिटनेस टेस्ट में 17 में से केवल 3 को क्लियरेंस, 14 हुए फेल
17 स्कूली वाहनों में से केवल 3 ही फिटनेस टेस्ट में पास
रेवाड़ी: शहर के सेक्टर-18 में फिटनेस जांच के लिए आए स्कूलों के ज्यादातर वाहन खराब पाए गए। 17 स्कूली वाहनों में से केवल 3 ही फिटनेस टेस्ट में पास हुए।
इस दौरान बसों में टूटी हेडलाइट, इंडीकेटर, खराब सीसीटीवी कैमरे, फायर सिलेंडर का अभाव, फर्स्ट एड बॉक्स का अभाव आदि खामियां देखने को मिलीं। शनिवार को फिटनेस के लिए आए 22 स्कूली वाहनों में से केवल 7 ही पास हुए। 15 वाहन नियमों का पालन नहीं कर रहे थे। इससे पहले जब फिटनेस टेस्ट हुआ था तो 29 में से सिर्फ दो बसें ही तय मानकों पर खरी उतर पाई थीं।
जिला प्रशासन ने स्कूल वाहन नीति के तहत निजी स्कूल संचालकों को अपने वाहन पूरी तरह फिट रखने के लिए समय दिया है। जिले में अब तक 839 स्कूल बसों की जांच की जा चुकी है। जहां 265 अनफिट बसों को जब्त किया गया है और 60 बसों का चालान किया गया है और 3 लाख 58 हजार 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. कार्रवाई से बचने के लिए निजी स्कूल संचालक कैमरे और जीपीएस आदि लगा रहे हैं। इसके अलावा वे अन्य कमियों को भी पूरा करने में लगे हुए हैं.
छात्रों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी: डीसी ने स्कूल संचालकों व प्रबंधकों के साथ बैठक में कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. स्कूल संचालकों को निर्देश दिया गया कि सरकार द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा करने वाली स्कूल बसें ही चलाएं। उन्होंने कहा कि स्कूली वाहनों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश जारी किये हैं. सभी स्कूल संचालक स्कूल वाहनों की फिटनेस अपडेट रखें और समय-समय पर चालकों का मेडिकल कराएं।