अब 4 घंटे में पूरा होगा नारनौल से चंडीगढ़ का सफर, ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेस-वे पर अब फर्राटा भरेंगे वाहन
दक्षिण हरियाणा को उत्तरी हरियाणा से जोड़ने वाले सरकार के महत्वकांक्षी भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बने हरियाणा के महत्वपूर्ण 152डी ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेस-वे पर अब वाहन फर्राटा भरेंगे.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दक्षिण हरियाणा को उत्तरी हरियाणा से जोड़ने वाले सरकार के महत्वकांक्षी भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बने हरियाणा के महत्वपूर्ण 152डी ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेस-वे पर अब वाहन फर्राटा भरेंगे. एडवांस ट्रैफिक सिस्टम से लैस नारनौल से इस्माइलाबाद तक का 227 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर-152 डी (ट्रांस हरियाणा हाईवे) पर 1 अगस्त से वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा. इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा अधिकारिक रूप से पत्र जारी कर दिया गया है. यह रोड चालू होने के बाद नारनौल से चंडीगढ़ की दूरी मात्र 4 घंटे में तय की जा सकेगी. एक अगस्त से इस मार्ग पर टोल शुरू होगा. वहीं माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त माह में ग्रीन कारिडोर का अधिकारिक रूप से उद्घाटन करेंगे.
बता दें कि 152डी ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेस-वे के दोनों और हरियाली की व्यवस्था तथा एकदम सीधा मार्ग होने के कारण इसे ग्रीन फील्ड कॉरिडोर का नाम दिया गया है. इसके लिए एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ डेढ़ लाख पेड़ लगाए जाएंगे. गूगल मैप पर यह एक्सप्रेस-वे आ चुका है तथा गूगल नैविगेशन में एक्सप्रेस-वे पर पड़ने वाले शहरों की दूरी और सफर का समय भी दर्शाया गया है.
दोनों ओर होंगे 3-3 ड्राइविंग लेन
हरियाणा के बिल्कुल बीचों-बीच आठ जिलों से गुजरने वाले प्रदेश के इस पहले एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर तीन-तीन ड्राइविंग लेन बनाई गई हैं. वहीं सड़क को दोनों तरफ मेटल शीट बाउंड्री से बंद किया गया है. इस मार्ग पर गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रखी जाएगी. एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहनों और यात्रियों की सुविधा के लिए बीच में रेस्ट एवं सर्विस एरिया बनाए गए हैं.
इस एक्सप्रेस-वे की की कुल लंबाई 227 किलोमीटर होगी., जो कैथल राष्ट्रीय राजमार्ग 152 से कुरुक्षेत्र के इस्माइलाबाद के गंगेड़ी गांव का लिंक जोड़ते हुए एक्सप्रेस-वे नारनौल के सुरानी गांव में खत्म होगी.
हरियाणा के आठ जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस हाईवे
सांसद धर्मबीर सिंह ने बताया कि प्रदेश के 8 जिलों से होकर गुजरने वाले इस ग्रीन फील्ड कॉरिडोर का सफर सुविधाजनक होगा. इसके शुरू होने से जहां दक्षिण हरियाणा से चंडीगढ़ तक का सफर कुछ घंटों में तय हो सकेगा. वहीं प्रदेश के आठ जिलों के साथ-साथ दूसरे राज्यों को भी काफी फायदा मिलेगा.
ग्रीन कारिडोर एक्सप्रेस-वे एक नजर में:
इस एक्सप्रेस-वे की घोषणा 2018 में की गई थी.
14 जुलाई 2020 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा शिलान्यास किया गया.
लागत : 5 हजार 110 करोड़ रुपये
लंबाई : इस्माइलाबाद के गंगेड़ी गांव लिंक से नारनौल के सुरानी तक 227 किलोमीटर लंबी होगी.
मार्ग : हरियाणा के 8 जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस वे
सुविधा : 4 घंटे में नारनौल से चंडीगढ़ तक का सफर पूरा हो सकेगा.
अधिग्रहण : इस एक्सप्रेसवे के लिए 8 जिलों में 1826 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया, जिस पर 529 करोड़ रुपये खर्च आया.
सुविधा : एक्सप्रेस वे पर चलने वाले वाहनों और यात्रियों के लिए बीच में रेस्ट एवं सर्विस एरिया बनाए गए हैं.
पाबंदी : सारा एक्सप्रेस-वे दोनों तरफ मेटल शीट बाउंड्री से बंद रहेगा
नजर : जगह-जगह कंट्रोल रूम स्थापित किये गए हैं, सीसीटीवी कैमरों से रहेगी नजर
यहां होंगे एंट्री और एक्जिट प्वाइंट
1. नारनौल- रेवाड़ी रोड पर गांव सुरानी
2. महेंद्रगढ़-कनीना रोड पर बूचावास
3. दादरी-दिल्ली रोड़ पर गांव समसपुर
4. रोहतक-भिवानी रोड पर खडक़ कलां
5. भिवानी-महम-लाखन माजरा-गोहाना रोड पर गांव बैंसी
6. जुलाना-लाखन-माजरा-रोहतक रोड पर गांव ललित खेड़ा
7. जींद-गोहाना-सोनीपत एसएच 11ए जिला जींद
8. जींद-सफीदों-पानीपत रोड पर गांव जामनी
9. जींद-असंध-करनाल रोड पर गांव गंगातेहड़ी
10. कैथल-नीसिंग-करनाल रोड पर गांव मोहना
11. पेहवा-ढांड-करनाल रोड पर गांव चंदलाना
12. पेहवा-कुरूक्षेत्र-यमुनानगर रोड पर गांव मुर्तजापुर
13. अंबाला-पेहवा-कैथल रोड पर गंगहेड़ी
NHAI ने जारी किया पत्र
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डयरेक्टर केएम शर्मा ने बताया कि 152डी ग्रीन कारिडोर एक्सप्रेस-वे 30 जुलाई से ट्रायल के लिए खोला गया है. 2 दिन ट्रायल होने के बाद अधिकारिक रूप से 1 अगस्त को यह एक्सप्रेस-वे शुरू हो जाएगा. इसके लिए एनएचआई द्वारा अधिकारिक रूप से पत्र जारी कर दिया है.