नूंह के इस गांव के नलों में 2 महीनों से नहीं आई पानी की एक बूंद, जैसे तैसे गुजारा कर रहे लोग
जिले के धांधूका गांव के लोग पीने के पानी की समस्या (water shortage in nuh) से जूझ रहे हैं. धांधूका गांव में पिछले करीब 2 महीने से पानी की एक बूंद भी नलों में नहीं आई है.
नूंह: जिले के धांधूका गांव के लोग पीने के पानी की समस्या (water shortage in nuh) से जूझ रहे हैं. धांधूका गांव में पिछले करीब 2 महीने से पानी की एक बूंद भी नलों में नहीं आई है. हर घर जल योजना के तहत धांधूका गांव में पानी की पाइप लाइन बिछाई गई, लेकिन जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इन पाइप लाइनों में पानी छोड़ना भूल गए.
भीषण गर्मी के चलते पानी की समस्या और भी विकराल रूप लेने लगी है.धांधूका गांव की महिलाएं बुधवार को लघु सचिवालय में नूंह उपायुक्त अजय कुमार से मिलने के लिए पहुंची और अपनी समस्या से उनको रूबरू कराया. उपायुक्त ने नूंह ने धांधूका गांव की महिलाओं की समस्या को गंभीरता से लेते हुए जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप शर्मा को फोन कर जल्द से जल्द धांधूका गांव के दलित मोहल्ले में पेयजल आपूर्ति के आदेश दिए.
उपायुक्त अजय कुमार के भरोसे के बाद महिलाएं अपने चेहरे पर कुछ रौनक लेकर अपने गांव धांधूका लौट गई.कुल मिलाकर भीषण गर्मी शुरू होते ही नूंह जिले के बहुत से गांवों में पीने के पानी की समस्या खड़ी हो गई है. जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने जब धांधूका गांव की महिलाओं की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया तो उनको मजबूरन लघु सचिवालय नूंह की तरफ रुख करना पड़ा. अब उम्मीद है कि धांधूका गांव की महिलाओं के पीने के पानी की समस्या कुछ दिन में हल हो सकती है. फिलहाल इस गांव के लोगों को पानी के टैंकर पानी खरीद कर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है.