एमडीयू ने परीक्षा का शेड्यूल किया जारी, जानें कब और कैसे होंगी परीक्षा
Maharishi Dayanand University की यूजी इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में बीई, बीटेक, बीआर्क की फुल व री-अपीयर की तीसरे, पांचवें व सातवें सेमेस्टर की रेगुलर व रीअपीयर और eighth semester की केवल reapear की परीक्षाएं 17 फरवरी से प्रारंभ होंगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Maharishi Dayanand University (MDU) की यूजी इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में बीई, बीटेक, बीआर्क की फुल व री-अपीयर की तीसरे, पांचवें व सातवें सेमेस्टर की रेगुलर व रीअपीयर और eighth semester की केवल reapear की परीक्षाएं 17 फरवरी से प्रारंभ होंगी। परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिंधू ने बताया कि परीक्षाओं की डेटशीट विश्वविद्यालय वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।
MDU के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) के Distance Learning Programs के इंटरमीडिएट (सेमेस्टर और वार्षिक मोड) के विद्यार्थी लेट फीस के साथ 15 फरवरी 2022 तक एडमिशन के लिए आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
डीडीई निदेशक प्रो. नसीब सिंह गिल ने बताया कि डीडीई के पाठ्यक्रमों बीए और बीकाम के दूसरे व तीसरे वर्ष, एमए हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र और इतिहास के फाइनल वर्ष, एमएससी गणित फाइनल वर्ष अौर एमकाम फाइनल वर्ष के विद्यार्थी चार हजार रुपये विलंब शुल्क के साथ 15 फरवरी तक एडमिशन ले सकते हैं। अधिक जानकारी विश्वविद्यालय वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।
MDU के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने परीक्षकों के बोर्ड तथा Research Committee की अनुशंसा पर 11 शोधार्थियों को PHD डिग्री का पात्र घोषित किया है। परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिंधू ने बताया कि पीएचडी डिग्री के पात्र शोधार्थी हैं विधि विभाग से आत्मा यादव व राहुल गोयत, फार्मेसी से ब्रहदत्त, मनोविज्ञान से नमिता त्यागी, रविंद्र कुमार व मंदीप, रक्षा एवं सामरिक अध्ययन से अजब सिंह, अर्थशास्त्र से प्रीति डबास, गणित से रीना, संस्कृत से ज्योति रानी और शिक्षा विभाग से रोहताश।
शहीद भगत सिंह युवा छात्र संगठन के अध्यक्ष प्रदीप मोटा के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने मांगों को लेकर महर्षि MDU के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह के नाम अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। विद्यार्थियों ने आफलाइन के साथ-साथ आनलाइन माध्यम से परीक्षा देने के विकल्प, Exam Pattern में बदलाव और शारीरिक शिक्षा विभाग को खोलने की मांग की।
अध्यक्ष प्रदीप मोटा ने कहा कि विद्यार्थियों का पूरा सिलेबस आनलाइन माध्यम से कराया गया है। इसपर परीक्षा के लिए सिर्फ आफलाइन माध्यम रखना उचित नहीं है।महामारी के समय में दूर-दराज के विद्यार्थियों को यात्रा करने में परेशानी भी होगी। ऐसे में आफलाइन के साथ ही आनलाइन माध्यम से परीक्षा का विकल्प विद्यार्थियों को दिया जाना चाहिए। कोविड-19 की वजह से विद्यार्थियों पर बहुत ज्यादा तनाव रहा है। ऐसे में परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव जरूरी है।
मौजूद परीक्षा पैटर्न में बदलाव कर कोई भी पांच प्रश्न हल करने का विकल्प भी विद्यार्थियों को दिया जाए। अध्यक्ष ने शारीरिक शिक्षा विभाग को खोलने की मांग भी कही। उन्होंने कहा कि विभाग को जल्द से जल्द खोला जाए ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान और ज्यादा न हो। इस मौके पर भोलू समचना, हिमांशु देसवाल, अंकुश, पानु, अभिनव फौगाट, बाबा, बादल देसवाल, विशु, अंशुल, चहल, नवीन राठी, पान्नु, नेहा राठी. श्रेया मेसरा, मोहिनी, प्रिंसी आदि मौजूद रहे।