किसान आंदोलन के दौरान किसानों की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता: झोरड़
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ऐलनाबाद। शहर में किसानी बचाओ संघर्ष मोर्चा के सदस्यों की एक आवश्यक मीटिंग की गई। जिसकी अध्यक्षता किसानी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष आत्मा राम झोरड़ ने की। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसान आन्दोलन के दौरान किसानों की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता है। आत्माराम झोरड़ ने सिंघु बॉर्डर पर होने वाले 11 दिसंबर को शहीद सम्मान समारोह के कार्यक्रम के लिए किसानों को दिल्ली पहुंचने के लिए सभी आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को तीनों काले कानून वापस करवाकर और सरकार द्वारा बाकी बची मांगों को जल्द पूरा करने के लिए लिखित आश्वासन पर 700 से भी अधिक किसानों की शहादत देकर घर वापसी की थी, लेकिन सरकार ने अपनी बात पर न रहते हुए किसानों के साथ छल करते हुए वादाखिलाफी की है। इस के रोष स्वरूप गैर राजनीतिक संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से एक दिवसीय कार्यक्रम रखकर शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। साथ ही उनके परिवारों को सम्मानित भी किया जाएगा। उसके बाद सरकार को एक चेतावनी भरा ज्ञापन दिया जाएगा कि अगर सरकार द्वारा बाकी बची मांगे जिसमें एस एम एस पी की गारंटी पर कानून तथा किसान कर्ज मुक्त की मांग नहीं मानी तो किसानों के लिए फिर से दिल्ली दूर नहीं है।