लखनऊ में मृत सेना के जवान नितिन कुमार का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
सेना के जवान नितिन कुमार का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
भिवानी: सेना के जवान नितिन कुमार का शव (Soldier Nitin Kumar funeral) शनिवार को उनके पैतृक गांव आलमपुर पहुंचा जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. सैनिक के छोटे भाई सुमित कुमार ने चिता को मुखाग्नि दी. नितिन कुमार का 26 मई को लखनऊ में निधन हो गया था. प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने अंतिम संस्कार में शामिल होकर पुष्प अर्पित कर सैनिक को श्रद्धाजंलि दी. इस मौके पर सूबेदार विजय कुमार के नेतृत्व में हिसार से आई 13वीं आर्म्ड रेजिमेंट की टुकड़ी ने नितिन कुमार को गार्ड आफ ऑनर दिया.
भारी तादाद में भिवानी के लोगों ने अंतिम संस्कार में शामिल होकर सैनिक को भावभीनि श्रद्धांजलि दी. आलमपुर गांव भिवानी के निवासी सूबेदार रमेश कुमार के घर फरवरी 2000 में जन्मे नितिन कुमार 10 अक्टूबर 2018 को आर्मी मेडिकल कोर में नर्सिंग असिस्टेंट के पद पर भर्ती हुए थे. नितिन कुमार वर्तमान में लखनऊ में कार्यरत थे. नितिन की लगातार तीन पीढियां सेना में भर्ती होकर देश सेवा करती रही हैं. उनके दादा दादा रणवीर सिंह भी सैनिक थे. पिता सूबेदार रमेश कुमार और ताऊ सूबेदार आनंद प्रकाश भी सेना में रह चुके हैं.
नितिन कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल होते हुए कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि सैनिक हमारे देश के प्रहरी हैं. जब तक वे सीमा पर तैनात हैं, तब तक हम भी चैन की सांस ले पाते हैं. राष्ट्र की सुरक्षा, अखंडता व एकता को बनाए रखने में सैनिकों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. देश की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले सैनिक अपने परिवार से दूर रहते हैं. अखंडता, एकता व भाईचारे के प्रतीक जांबाज सैनिक हम सबके प्रेरणास्रोत हैं.