आदमपुर के लिए उम्मीदवार की चर्चा को लेकर हुई बैठक में ना बुलाए जाने पर छलका किरण चौधरी का दर्द
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चंडीगढ़। आदमपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर हुई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में कांग्रेस द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री की पुत्रवधू एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता किरण चौधरी को नहीं बुलाया गया। अभी तक चर्चाएं थी कि किरण चौधरी खूद ही इस बैठक में शामिल नहीं हुई हैं। वहीं अब किरण ने खुद उन्हें मीटिंग में ना बुलाए जाने की बात बताई है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी, प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में हुई बैठक में किरण चौधरी के शामिल ना होने से अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
आदमपुर उपचुनाव में बंसीलाल परिवार की है अच्छी पकड़: चौधरी
इस मामले में चौधरी ने कहा है कि आदमपुर विधानसभा का क्षेत्र पहले उनके स्वर्गीय पति चौधरी सुरेंद्र सिंह के संसदीय क्षेत्र में आता था। यही कारण है कि आदमपुर में उनके परिवार की पकड़ काफी मजबूत है। कांग्रेस समर्पित बहुत से वरिष्ठ नेता भी उनके संपर्क में हैं। ऐसे मजबूत लोगों के साथ बैठकें भी कर चुकी हैं। वह अपनी पुत्री श्रुति चौधरी के साथ मिलकर अपने नजदीकी लोगों के साथ लगातार इस बात को लेकर चर्चा कर रही हैं कि किस प्रकार से आगामी रणनीति बनाई जाए ताकि चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को भारी मतों से विजय बनाया जा सके। किरण चौधरी ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी की समर्पित कार्यकर्ता और लगातार कांग्रेस को मजबूत करने के लिए प्रदेशभर के कोने-कोने में अपने साथ जुड़े लोगों के साथ बैठकें कर रही हैं। आदमपुर विधानसभा उपचुनाव में भी कार्यकर्ता किस प्रकार से काम करें, यह भी आपसी वार्तालाप हो रहा है।
आदमपुर में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत के लिए करूंगी पूरा प्रयास: किरण
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा प्रेस वार्ता के दौरान आदमपुर उपचुनाव को लेकर हिसार, बालसमंद और आदमपुर में तीन दफ्तर खोलने की बात के जवाब में किरण चौधरी ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे पहले ऐलनाबाद और बरौदा उपचुनाव को लेकर भी वरिष्ठ नेताओं की बैठकें हुई थी, जिसमें सभी औपचारिकताओं के साथ सीनियर नेताओं की चर्चा परिचर्चा हुई थी। वहीं इस बार उन्हें इस महत्वपूर्ण बैठक में नहीं बुलाया गया। इसके बावजूद वह कांग्रेस को मजबूत करने के लिए लगातार आगे बढ़ रही हैं और प्रदेशभर में अपने साथियों को एकजुट करके पार्टी को आगे बढ़ाना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य को टिकट देने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस उम्मीदवार को भारी बहुमत से जिताने के लिए पूरा प्रयास करेंगी।