किडनी रोगियों को नहीं करना होगा रैफर, अब ईएसआईसी अस्पताल में ही मिलेगा इलाज
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फरीदाबाद। अब वो दिन दूर नहीं जब फरीदाबाद समेत दिल्ली एनसीआर के किडनी रोगियों को किडऩी ट्रांसप्लांट की सुविधा एनआईटी-3 स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जल्द मिलेगी। इसके लिए ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट यूनित तैयार की जा रही है। जिसमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल, होडल, हथीन, पानीपत, रेवाड़ी, यमुनानगर समेत दिल्ली एनसीआर के 6.5 लाख कार्ड धारक मरीजों का इलाज मुफ्त हो सकेगा।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के डिप्टी डीन डॉ. एके पाण्डेय ने बताया कि अस्पताल में विश्व स्तरीय सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। निजी अस्पतालों की तर्ज पर अस्पताल में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं जैसे कैंसर, रोगियों के लिए एंजियोप्लास्टी की सुविधाएं शुरू कर दी गई हैं। वहीं यहां किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा न होने की वजह से एनसीआर के करीब 3 हजार मरीजों को निजी अस्पतालों रेफर किया जा रहा था जिसका करीब 4 लाख का खर्च ईएसआईसी मेडिकल वहन कर रहा था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। एक निजी अस्पताल के वरिष्ठ किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ जितेंद्र कुमार ने बताया जिले में लगभग 3.50 लाख किडनी के मरीज हैं।
जिले में 15 फीसदी लोग किसी न किसी रूप में किडनी की बीमारी से ग्रसित हैं। इसमें चिंताजनक बात शुगर और बीपी के मरीजों का बढऩा है। तीसरी वजह क्रोनिक बीमारियों जैसे, गठिया, किडनी स्टोन, पेशाब में रुकावट, कैंसर आदि के मरीजों में किडनी पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा ग्लो मेरी लो नेफ्राइटिस की बीमारी का अगर दो हफ्तों में इलाज न हो तो किडनी पर काफी असर पड़ता है। इसलिए लोगों को समय पर बीमारी का इलाज करवाना चाहिए। करीब चार माह पहले केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने अस्पताल में अत्याधुनिक कार्डियक कैथ लैब का शुभारंभ किया था। इसके साथ ही लोगों को निजी अस्पताल की तर्ज पर ईएसआईसी में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं बढ़ाने का आश्वासन दिया था। मंत्री के निर्देश पर कॉलेज प्रबंधन ने किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू करने की तैयारी की है। इसके लिए किडनी विशेषज्ञों की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।