IAS अधिकारी अशोक खेमका ने खुद के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर तोड़ी चुप्पी, कही ये बात
अशोक खेमका ने खुद के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर तोड़ी चुप्पी
चंडीगढ़। Ashok Khemka: हरियाणा के आइएएस अधिकारी अशोक खेमका ने खुद के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इस संबंध में ट्वीट कर अपना दर्द बयां किया है। बता दें कि हरियाणा के दो सीनियर आइएएस अधिकारियों अशोक खेमका और संजीव वर्मा के बीच विवाद आजकल सुर्खियों में है। विज्ञान एवं तकनीक विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक खेमका ने एक ट्वीट के जरिये अपने खिलाफ आरोप लगाने वालों पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है- फिर साजिशन कीचड़ उछाला जाने लगा, यह इम्तिहान भी स्वीकार है।
अशोक खेमका ने अपनी बात के समर्थन में कवि दिनकर की कुछ पंक्तियां ट्वीट की हैं। उन्होंने कहा, 'जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।' उनके इस ट्वीट को इंटरनेट मीडिया पर काफी बार री-ट्वीट किया गया।
बता दें कि हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के एमडी संजीव वर्मा की शिकायत पर पिछले दिनों अशोक खेमका समेत चार अधिकारियों के विरुद्ध पंचकूला थाने में भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धाराओं में एफआइआर दर्ज हुई है। वर्मा ने दूसरी शिकायत भी पंचकूला पुलिस को भेजी, जिसे पहले एफआइआर में मर्ज कर दिया गया है। पंचकूला पुलिस ने समस्त दस्तावेज हरियाणा सरकार को भेज दिए हैं, जिस पर सरकार को कार्रवाई के लिए फैसला लेना हैं।
अशोक खेमका के ट्वीट को एफआइआर प्रकरण से जोड़कर देखा जा रहा है। खेमका के विरुद्ध एफआइआर में आरोप है कि उन्होंने वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के एमडी पद पर रहते हुए गलत भर्तियां की, जबकि खेमका इससे इन्कार करते हैं। वर्मा द्वारा कराई गई एफआइआर के बाद अशोक खेमका की ओर से संजीव वर्मा के विरुद्ध पंचकूला थाने में ही उत्पीड़न व मानहानि के आरोप में एफआइआर दर्ज कराई गई है।
इस एफआइआर को दर्ज कराने के लिए गृह मंत्री अनिल विज खुद अशोक खेमका के साथ थाने पहुंचे थे। आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद भी खेमका का समर्थन कर रहे हैं। वर्मा फिलहाल गेलवैल्यूम शीट खरीद मामले की जांच कर रहे हैं। सरकार ने समाज कल्याण विभाग में पेंशन वितरण में गड़बड़ी व विशेष कंपनी को इसकी जिम्मेदारी से जुड़े मामले की विजिलेंस जांच भी शुरू कराई है।