चितलांग गांव के रहने वाले हवलदार रामपाल सिंह हुए शहीद, मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
हवलदार रामपाल सिंह हुए शहीद
महेंद्रगढ़: जिले के गांव चितलांग निवासी जवान रामपाल सिंह तंवर 20 जनवरी को जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में (Martyr soldier Rampal Singh) दिल का दौरा पड़ने के कारण शहीद हो गए. आज उनका पार्थिव शरीर चितलांग लाया गया. शुक्रवार को मौसम खराब होने के कारण उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव चितलांग में नहीं पहुंच पाया था. वहीं आज शहीद रामपाल सिंह को आज सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. शहीद रामपाल सिंह श्रीनगर के कुपवाड़ा जिले में 18 राष्ट्रीय राइफल में बतौर हवलदार कार्यरत थे.
बता दें कि गांव चितलांग के रामपाल सिंह तंवर पुत्र बहादुर सिंह तंवर जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में ड्यूटी पर तैनात थे. रामपाल सिंह तंवर वर्ष 2002 में आर्मी (Indian Army) में भर्ती हुए थे. उनकी शादी 17 फरवरी 2006 में चरखी दादरी जिले के गांव बंद खुर्द में सुनीता देवी के साथ हुई थी. उनके दो बच्चा हैं, एक लड़का व एक लड़की. लड़के की उम्र 10 साल और लड़की की उम्र 8 साल है. वहीं उनके पिता और बड़े भाई आर्मी में सेवानिवृत हो चुके हैं. शहीद रामपाल के बड़े भाई का लड़का भी जम्मू-कश्मीर में दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो गया था. रामपाल सिंह तंवर की शहीद होने की सूचना मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को ट्वीट कर शहीद जवान रामपाल सिंह तंवर को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा कि जम्मू कश्मीर में मां भारती की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए जिला महेंद्रगढ़ के गांव चितलांग के लाल, हवलदार रामपाल सिंह तंवर जी को भावभीनी श्रद्धांजलि. ईश्वर से प्रार्थना है कि वें दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिवार को संबल प्रदान करें.