Haryana : टेक विश्वविद्यालय ई-समर्थ लागू करने वाला राज्य का पहला विश्वविद्यालय कुलपति
हरियाणा Haryana : दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल के कुलपति (वीसी) प्रो. प्रकाश सिंह ने गुरुवार को वीसी सचिवालय में ई-समर्थ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर वीसी ने कहा कि विश्वविद्यालय विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। डीसीआरयूएसटी ई-समर्थ लागू करने वाला प्रदेश का पहला क्षेत्रीय विश्वविद्यालय बन गया है। ई-समर्थ लागू होने से अब विद्यार्थियों की उपस्थिति ऑनलाइन होगी। शिक्षा मंत्रालय ने 2019 में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा मिशन एनएमईआईसीटी-II (अब एनएमईआईसीटी-III) के तहत इस पहल की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) को डिजिटल ढांचे के माध्यम से विद्यार्थियों, कर्मचारियों और अन्य हितधारकों के लिए सेवाओं की योजना बनाने, प्रबंधन करने, वितरित करने और
निगरानी करने में सक्षम बनाना है। वीसी ने कहा कि यह क्लाउड आधारित सॉफ्टवेयर है और इसमें गलती की संभावना बहुत कम है। इसके लागू होने से पारदर्शिता आएगी। फिलहाल इसे विद्यार्थियों की उपस्थिति के लिए लागू किया गया है। विद्यार्थियों को उनकी उपस्थिति के बारे में उनके मोबाइल फोन पर पता चल जाएगा। उन्हें अपना मोबाइल फोन नंबर और ई-मेल आईडी सॉफ्टवेयर में दर्ज करना होगा, ताकि उनकी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रहे और त्रुटियां कम हों। उन्होंने कहा, धीरे-धीरे सॉफ्टवेयर को अन्य मॉड्यूल पर भी लागू किया जाएगा। इसके लागू होने से काम में तेजी आएगी। भविष्य में विश्वविद्यालय
ई-समर्थ के जरिए छात्रों के एडमिशन से लेकर सभी विवरण ऑनलाइन उपलब्ध कराएगा, ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो। इसके अलावा शिक्षकों की समय सारणी भी ऑनलाइन उपलब्ध होगी। कोई भी कर्मचारी ऑनलाइन छुट्टी के लिए आवेदन कर सकता है। उन्होंने कहा, ई-समर्थ एक ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म है, जो तकनीक और शिक्षा वितरण को सहजता से एकीकृत करता है। यह छात्रों, कर्मचारियों और अन्य लोगों के लिए सेवाओं की योजना, प्रबंधन, वितरण और निगरानी के लिए एक डिजिटल ढांचा है। इस प्लेटफॉर्म पर कम से कम 40 से अधिक मॉड्यूल विश्वविद्यालयों के सभी कार्यों को पूरा करने में सक्षम हैं। विश्वविद्यालय के लिए ई-समर्थ को लॉन्च करने वाली टीम में प्रोग्रामर अमित दहिया और प्रशांत त्यागी और डॉ. विनीत शर्मा शामिल हैं।