Haryana : राजमार्गों पर स्वचालित प्रणाली स्थापित करने के लिए अध्ययन चल रहा
हरियाणा Haryana : परिवहन एवं ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा की मुख्य सड़कों पर ऑटोमेटिक सिस्टम लगाने पर अध्ययन किया जा रहा है, जिससे यह पता चल सकेगा कि कोई वाहन सड़क पर चलने लायक है या नहीं। इसके अलावा, हरियाणा में पुरानी हो चुकी बसों का भी सर्वेक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल जैसे प्राकृतिक संसाधन धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं, इसलिए राज्य में इलेक्ट्रिक बसों के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा। विज बुधवार को जयपुर में आयोजित ऊर्जा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के बाद लौटते समय नांगल चौधरी में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बैठक में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने पर चर्चा और विचार-विमर्श किया गया। खनन क्षेत्र में वाहनों की ओवरलोडिंग की समस्या पर पूछे गए सवाल के जवाब में विज ने कहा, "यह सही है कि ओवरलोडिंग से सड़कें खराब होती हैं,
लोगों की जान जाती है और इससे चोरी व भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। हाल ही में दिल्ली में देश के सभी परिवहन मंत्रियों की बैठक हुई थी, जिसमें यह विचार आया कि वाहनों के वजन पर नजर रखने के लिए एक गैजेट लगाया जाएगा। वाहनों की ओवरलोडिंग को लेकर सभी चिंतित हैं।" ओवरलोड वाहनों के संबंध में एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विज ने क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के एक स्थानीय अधिकारी से फोन पर बात की और वाहनों में ओवरलोडिंग के कारण दुर्घटनाएं होने पर उन्हें फटकार लगाई। उन्होंने जिले में दोबारा ओवरलोडिंग की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी। हरियाणा रोडवेज में बसों की खरीद के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा, "हाल ही में हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में 550 बसें खरीदने की मंजूरी दी गई है। इलेक्ट्रिक बसों के संबंध में उन्होंने कहा कि वर्तमान में इलेक्ट्रिक बसें केवल शहरों में ही उपलब्ध हैं, लेकिन सरकार इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ावा देना चाहती है, क्योंकि डीजल व पेट्रोल जैसे प्राकृतिक संसाधन कम होते जा रहे हैं।