हरियाणा रोडवेज विभाग पर पहले कोरोना और अब महंगे डीजल की पड़ी मार, प्रतिदिन 21 लाख से ज्यादा का घाटा

प्रतिदिन 21 लाख से ज्यादा का घाटा

Update: 2022-04-20 10:43 GMT
चंडीगढ़: पेट्रोल डीजल महंगा होने का असर हर वर्ग और हर क्षेत्र पर पड़ रहा है, लेकिन इस महंगाई का असर हरियाणा रोडवेज पर कुछ ज्यादा पड़ रहा है. क्योंकि डीजल महंगा होने की वजह से हरियाणा रोडवेज को प्रतिदिन का सफर भी महंगा पड़ने लगा है. प्रतिदिन रोडवेज को लाखों रुपए का घाटा हो रहा है. हरियाणा रोडवेज पहले से ही घाटे में चल रही है, लेकिन अब डीजल महंगा होने के बाद यह घाटा और जगह बढ़ गया है. इसको लेकर हमने प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से बात की.
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि डीजल महंगा होने से रोडवेज पर काफी असर पड़ा है. रोडवेज का घाटा बढ़ गया है, अब रोडवेज को प्रति किलोमीटर करीब 3 रुपए का घाटा हो रहा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा रोडवेज इस समय कुल 3462 बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं. जिनमें किलोमीटर स्कीम वाली बसें भी शामिल हैं. ये बसें प्रतिदिन करीब 7 लाख 46 हजार किलोमीटर का सफर कर रही हैं.
हरियाणा रोडवेज के बसें चलाने के लिए प्रति किलोमीटर प्रति बस 68 रुपए 43 पैसे खर्च हो रहे हैं. जिनमें से रोडवेज विभाग करीब 35.88 रुपए का घाटा पहले से ही उठा रही है और अब डीजल महंगा होने से यह घाटा 3 रुपए तक और बढ़ गया है यानी डीजल महंगा होने की वजह से हरियाणा रोडवेज विभाग प्रतिदिन 21 लाख रुपए से ज्यादा का घाटा और उठा रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना के वक्त भी रोडवेज को काफी घाटा उठाना पड़ा था. क्योंकि पहले बसें बंद थी और जब बसों को फिर से चलाया गया. तब उनमें सवारियों की काफी कमी थी. उस वक्त भी रोडवेज को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था.
परिवहन मंत्री ने कहा कि हरियाणा परिवहन विभाग इलेक्ट्रिक बसों को लेकर भी तेजी से काम कर रहा है और प्रदेश में जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें शुरू कर दी जाएंगी. सबसे पहले एनसीआर के जिलों में इलेक्ट्रिक बसें शुरू की जाएंगी और बाद में ये अन्य जिलों में भी शुरू कर दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि जहां तक डीजल बसों की बात है तो परिवहन विभाग रोडवेज के बेड़े में 2000 नई बसें शामिल करने जा रहा है.
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