हरियाणा के विधायक नीरज शर्मा ने सोनिया गांधी से की मुलाकात
हरियाणा के एनआईटी फरीदाबाद से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विरोध करने का अनोखा तरीका अपनाया है।
नई दिल्ली: हरियाणा के एनआईटी फरीदाबाद से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विरोध करने का अनोखा तरीका अपनाया है। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सिले हुए कपड़े और जूते न पहनने का प्रण लिया है। नीरज शर्मा ने मंगलवार को दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
नीरज शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद आईएएनएस से बातचीत में कहा कि पिछले 20 दिन से उन्होंने सिले हुए कपड़े नहीं पहने हैं और जूते भी नहीं पहनने से उनके पैरों में छाले पड़ गए हैं, लेकिन जब तक नगर पालिका में 2014 से 2021 तक कथित घोटाले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तब तक अपने प्रण पर अटल रहेंगे।
नीरज शर्मा ने बताया कि मौजूदा विधानसभा के सत्र के दौरान शहर की नगर पालिका में 2014 से 2021 तक कथित घोटाले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए उन्होंने विधानसभा के अंदर अपने जूते उतार दिए और कफन की धोती पहन ली थी। नीरज शर्मा का कहना है कि जब तक इन अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती वो सिले हुए कपड़े नहीं पहनेंगे। उन्होंने 200 करोड़ के भ्रष्टाचार मामले का दावा किया है और कहा कि राज्य में ऊपर से लेकर निगम स्तर तक अधिकारी व नेता इसमें लिप्त हैं।
कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात को लेकर आईएएनएस से कहा कि हरियाणा की वर्तमान स्थिति को लेकर उनकी चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करते हुए शाबाशी दी। उन्होंने सोनिया गांधी को बताया कि हरियाणा में और मेहनत करने की जरूरत है।
हालांकि पार्टी के बीच चल रही गुटबाजी को लेकर नीरज शर्मा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस संबंध में बात नहीं हुई। ये हाईकमान व अन्य वरिष्ट नेता इस पर चर्चा कर रहे हैं और हरियाणा में पार्टी को कैसे बढ़ाया जा सकता है, इस विषय पर चर्चा की गई।
गौरतलब है कि पांच राज्यों में चुनावी हार के बाद कांग्रेस हाईकमान अब आगामी चुनावी राज्यों पर फोकस कर रहा है। हरियाणा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई दौर की बैठकें की। ताकि पार्टी की भीतर की कलह को दूर किया जा सके।