HARYANA : हिसार के उपायुक्त प्रदीप दहिया ने आगामी मानसून सीजन के मद्देनजर खेतों व रिहायशी इलाकों से बरसाती पानी की निकासी के लिए संबंधित विभागों Related Departmentsद्वारा किए गए प्रबंधों का निरीक्षण करने के लिए विभिन्न गांवों का दौरा किया। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को बरसाती पानी की निकासी के लिए सभी प्रबंध 30 जून तक पूरे करने के निर्देश दिए थे। आज समय सीमा पूरी होने पर उन्होंने इन प्रबंधों का गहन निरीक्षण किया। उपायुक्त के साथ हांसी के एसडीएम मोहित महराना व जिला राजस्व अधिकारी चेतना चौधरी भी विभिन्न स्थलों के दौरे पर मौजूद थे। दहिया ने जिले के मुंढाल, बास, खरबला, उगालन, पट्टन, सातरोड़ व राजगढ़ गांवों से गुजरने वाले नालों की सफाई कार्य का निरीक्षण किया।
वे सातरोड़ गांव स्थित पंप हाउस भी गए। उपायुक्त ने बाढ़ प्रबंधन से संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बिजली के पंप सेटों का सुचारू संचालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पिछले वर्ष अधिक जलभराव हुआ था, वहां व्यापक प्रबंध किए जाएं तथा आवश्यकतानुसार पंप सेट लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि बरसाती पानी की शीघ्र निकासी के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जाएं तथा किसी भी क्षेत्र में पानी को अधिक समय तक खड़ा नहीं रहने दिया जाए। दहिया ने कहा कि बरसाती पानी की निकासी के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा तैयार की जाने वाली कार्ययोजना ऐसी होनी चाहिए कि पानी स्वतः ही नाले में चला जाए। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी पिछले वर्ष की बरसात के दौरान एकत्रित आंकड़ों के आधार पर अपनी योजना बनाएं। अधिकारियों ने भी डीसी को आश्वस्त किया
कि पानी की उचित निकासी के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा सीवरेज लाइनों तथा नालों की सफाई कर दी गई है। डीसी ने नालों की सफाई पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि पानी की निर्बाध निकासी सुनिश्चित करने के लिए सफाई का स्तर बनाए रखा जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यदि कोई आवश्यकता हो तो वे उनके कार्यालय को सूचित करें तथा चेतावनी दी कि बाद में किसी बहानेबाजी पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। निरीक्षण के दौरान सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी विमल बिश्नोई, एलपी जागलान, शिवराज सिंह, एसके त्यागी, बलकार सिंह तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।