हरियाणा : छात्रों को तनाव मुक्त रखने के लिए स्कूलों में काउंसलर नियुक्त करेगी हरियाणा सरकार

हरियाणा सरकार ने सोमवार को स्कूली छात्रों की पढ़ाई में आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए काउंसलर नियुक्त करने का फैसला किया है.

Update: 2022-01-25 05:06 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने सोमवार को स्कूली छात्रों की पढ़ाई में आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए काउंसलर (Counsellors) नियुक्त करने का फैसला किया है. वहीं, इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar) ने ट्वीट करते हुए कहा कि "हरियाणा सरकार ने स्कूली छात्रों की पढ़ाई में आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए काउंसलर नियुक्त करने का फैसला किया है. इन काउंसलरों का चयन राज्य के सरकारी स्कूलों में कार्यरत स्थायी पीजीटी (मनोविज्ञान) शिक्षकों में से किया जाएगा.

दरअसल, प्रदेश के हर ब्लॉक में काउंसलर नियुक्त किए जाएंगे, इसके लिए हरियाणा सरकार की ओर से आदेश जारी हुआ है. कि जिले में तैनात शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर काउंसलर के पद पर नियुक्त किया जाएगा, लेकिन इससे पहले उनका साइकोमेट्रिक टेस्ट लिया जाएगा. वहीं, विभाग हर ब्लॉक में काउंसलर सेल गठित करेगा, इसमें तैनात काउंसलर हर रोज दो-तीन स्कूलों में जाकर छात्रों को कॅरियर संबंधी मार्गदर्शन देकर तनाव मुक्त करने करेंगे, जिससे कि वह छात्रों की रुचि के विषयों की पहचान कर कॅरियर संबंधी सुझाव देंगे.
स्कूली छात्रों की मदद के लिए काउंसलर नियुक्त करेगी हरियाणा सरकार
स्कूलों में पढ़ाई को लेकर ज्यादातर छात्र रहते हैं तनाव में
बता दें कि स्कूलों में पढ़ाई को लेकर ज्यादातर छात्र तनाव में रहते हैं. ऐसे में सबसे ज्याद तनाव बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर रहता है. इसके अलावा दसवीं पास करने के बाद छात्रों में विषय चयन और कॅरियर को लेकर तनाव रहता है. हालांकि कई बार छात्र की रुचि दूसरे विषय में होती है, लेकिन परिजन के दबाव में वह रुचिकर विषय में प्रवेश नहीं ले पाते हैं, इससे वह अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते हैं. ऐसे कई मामले सामने आए हैं. इन्हें देखते हुए सीएम खट्टर ने काउंसलर नियुक्त करने का निर्णय लिया है.
NISA ने हरियाणा में की स्कूल खोलने की मांग
गौरतलब है कि बीते दिनों NISA के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने मीडिया बात करते हुए हरियाणा सरकार से नर्सरी से 12वीं तक के स्कूलों को तत्काल प्रभाव से खोलने की मांग की. उन्होंने कहा देश के 70 फ़ीसदी बच्चे बंद से प्रभावित हुए हैं. कोविड-19 की वजह प्रभावित स्कूली शिक्षा को पटरी पर लाने के लिए नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूलों को खोल देना चाहिए. हालांकि पिछले दो सालों से स्कूल कोविड-19 महामारी का सामना कर रहे हैं, जिससे छात्रों को बहुत नुक्सान हो चुका है.
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