हरियाणा: सड़क पार करते समय स्कूल बस की चपेट में आई छात्रा, मौत, गुस्साए ग्रामीणों लगाया जाम

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Update: 2022-07-06 16:47 GMT
हरियाणा के रेवाड़ी के गांव खरसानकी में बुधवार की सुबह एक तेज रफ्तार निजी स्कूल बस की चपेट में आने से छठीं कक्षा की छात्रा की मौत हो गई। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से बस लेकर भाग गया। वहीं हादसे के कारण गुस्साए ग्रामीणों ने रेवाड़ी-शाहजहांपुर रोड पर बच्ची का शव रखकर जाम लगा दिया। साथ ही सड़क पर ब्रेकर बनवाने की मांग करने लगे।
ग्रामीणों ने कहना था कि सड़क हादसे होने के बाद अधिकारी सुनवाई तक नहीं करते हैं। इसलिए जब तक स्पीड ब्रेकर नहीं बनेंगे, तब तक रोड जाम करते रहेंगे। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची गांव भाड़ावास चौकी पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने।
करीब दो घंटे के बाद रामपुरा थाना प्रभारी रण सिंह के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। पुलिस ने मामले में बस चालक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं देर शाम बच्ची का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
गांव खरसानकी निवासी हैप्पी की बेटी जिया (12) शहर के सरस्वती विद्या निकेतन स्कूल में छठीं कक्षा में पढ़ती थी। बुधवार को वह सुबह साढ़े सात बजे अपने माता-पिता के साथ स्कूल जाने के लिए निकली थी। तभी गांव के बस स्टैंड के पास सड़क पार करते वक्त माता-पिता तो पीछे रह गए, जबकि जिया को रेवाड़ी की तरफ से आ रही पब्लिक स्कूल की बस की चपेट में आ गई। हादसे के बाद आरोपी चालक रुकने की बजाय बस लेकर भाग गया।
मौके पर ही पकड़ी बस
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस अत्यधिक रफ्तार में थी। गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर ही पब्लिक स्कूल की बस को पकड़ लिया। लेकिन स्कूल बस के अंदर भी बच्चे होने के चलते छोड़ दिया गया। वहीं हादसे के बाद लोगों में रोष फैल गया।
वाहनों की लगी लंबी कतार
हादसे से गुस्साए लोगों ने एकत्रित होकर सड़क जाम कर दिया था। जाम होने से सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गईं। सूचना मिलते ही रामपुरा थाना के अलावा अंतर्गत आने वाली गांव भाड़ावास चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को जाम खुलवाने के लिए समझाया, लेकिन लोग रोड पर ही डटे रहे। बाद बाद में थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद लोगों ने जाम खोल दिया।
गांव में नहीं है स्पीड ब्रेकर, शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
बच्ची के पिता हैप्पी ने बताया कि गांव में स्पीड ब्रेकर नहीं होने से यहां पहले भी कई बार हादसे हो चुके हैं। यहां मेन रोड पर गांव का प्रसिद्ध राधा-कृष्ण मंदिर भी है, ग्रामीण मंदिर में जाने के लिए सड़क पार करके जाते हैं। स्पीड ब्रेकर बनवाने को लेकर कई बार अधिकारियों को शिकायत भी दी जा चुकी है। लेकिन समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
वर्ष 2021 में 12 सितंबर : हुडा बाईपास स्थित पोसवाल चौक के निकट एक कंपनी की बस ने स्कूल बस को टक्कर मार दी थी। हादसे में बस का बंपर टूट गया था, लेकिन सभी बच्चे सुरक्षित थे।
वर्ष 22 दिसंबर 2019 : जिला के गांव हालुहेड़ा के समीप एक प्राइवेट स्कूल की बस अनियंत्रित होकर पलट गई थी। हादसे के बाद बस में सवार करीब दो दर्जन विद्यार्थियों में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों ने बच्चों को बस से बाहर निकालकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया, जहां से उपचार के बाद बच्चों को घर भेज दिया गया। हादसे में चार से अधिक बच्चों को चोट आई थी। दुर्घटना के समय स्कूल बस का स्टेयरिंग फेल हो गया, जिसके चलते बस पलट गई। हादसे के वक्त बस की स्पीड तेज नहीं थी, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
रामपुरा थाना पुलिस ने छात्रा की मौत के मामले में बस चालक को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार चालक का नाम जितेन्द्र है। पुलिस ने बस को अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं बच्ची के पिता हैप्पी की शिकायत पर बस चालक के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने का केस दर्ज कर लिया गया है। 
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