हरियाणा शिक्षा विभाग ने पढ़ाई छोड़ने वाले 361 बच्चों को ढूंढ कर दिलाया स्कूलों में दाखिला

स्कूलों में पढ़ाई से वंचित होने वाले विद्यार्थियों को ढूंढकर शिक्षा देने के लिए विभाग के अधिकारी जीरो एडमिशन कर रहे हैं।

Update: 2022-03-21 09:37 GMT

करनाल,  स्कूलों में पढ़ाई से वंचित होने वाले विद्यार्थियों को ढूंढकर शिक्षा देने के लिए विभाग के अधिकारी जीरो एडमिशन कर रहे हैं। अभियान के तहत ड्रापआउट 361 विद्यार्थियों का जीरो कक्षा दाखिला किया गया है और नए सत्र में नियमानुसार प्रक्रिया का पालन करते हुए इन बच्चों को संबंधित कक्षाओं में दाखिला दिया जाएगा। फिलहाल शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल से ड्रापआउट बच्चों का तीसरा सर्वे पूरा हो चुका है और नए सत्र से पहले अधिक से अधिक बच्चों को स्कूल में शिक्षा दिलाने का लक्ष्य रखा गया है।

नई शिक्षा नीति के तहत कराया सर्वे
समग्र शिक्षा परियोजना समन्वयक विद्युत्मा ने बताया कि हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से सर्वे का एक अलग से फार्मेट तैयार कर सभी जिला शिक्षा कार्यालयों में भेजा गया था जिसके अनुसार ही सर्वे पूरा किया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से दूसरा सर्वे मार्च-2021 में कराया गया था। अबकी बार विभाग की ओर से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को ध्यान में रखते हुए तीसरा सर्वे कराया गया है। शिक्षा विभाग का सर्वे कराने मुख्य उद्देश्य ड्रापआउट बच्चों का दोबारा से स्कूल में दाखिला करवाना है। स्कूलों में पढ़ाई कर चुके बच्चों को ढूंढने के लिए पंचायत राज, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी लिया गया है।
मजदूरी करने वाले अभिभावकों के बच्चों की संख्या ज्यादा
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी राजपाल चौधरी ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से प्रत्येक वर्ष ड्रापआउट बच्चों को ढूंढकर स्कूलों में शिक्षा दी जाती है। अब तक 361 बच्चों का संबंधित स्कूलों में जीरो कक्षा में दाखिला करवाया गया है। नए सत्र में इन बच्चों को कक्षानुसार प्रवेश दिया जाएगा। इस बार अभियान के तहत कूड़ा बीनने वाले बच्चे, गली में घूमने वाले, होमलेस, माइग्रेट जैसे बच्चों की पहचान सर्वे के माध्यम से की गई है।
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