हरियाणा Haryana : हालांकि भाजपा ने जिले की चारों सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर कांग्रेस पर बढ़त बना ली है, लेकिन सत्ता विरोधी लहर और पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के प्रभाव के कारण इस विधानसभा चुनाव में खाता खोलना उसके लिए चुनौती भरा प्रतीत हो रहा है।2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जिले की चारों सीटों झज्जर, बादली, बेरी और बहादुरगढ़ पर कब्जा कर यहां क्लीन स्वीप किया था, जबकि 2014 में भाजपा ने चार सीटों में से दो बादली और बहादुरगढ़ पर जीत दर्ज की थी।
जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होने की उम्मीद है, जहां 8,00,311 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। जिले में कुल 807 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता रघुवीर सिंह कादियान, हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और गीता भुक्कल, पूर्व शिक्षा मंत्री हैं, जो क्रमश: पिछले पांच और चार विधानसभा चुनावों से अजेय हैं।पूर्व मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ जिले में अपनी पार्टी का चेहरा हैं, जो बादली विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं। धनखड़ 2014 में विजयी हुए और मनोहर लाल खट्टर की तत्कालीन कैबिनेट में कृषि मंत्री बने, लेकिन 2019 में कांग्रेस के कुलदीप वत्स के हाथों हार गए।