Hisar हिसार: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) हिसार के साइना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान द्वारा मशरूम उत्पादन तकनीक पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में हरियाणा के विभिन्न जिलों से 45 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। संस्थान के सह-निदेशक अशोक कुमार गोदारा ने बताया कि मशरूम उत्पादन एक ऐसा व्यवसाय है, जिसे भूमिहीन, शिक्षित या अशिक्षित युवक-युवतियां न्यूनतम लागत पर स्वरोजगार के रूप में अपना सकते हैं और अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। प्रशिक्षण के आयोजक सतीश कुमार मेहता ने बताया कि हरियाणा में अधिकतर किसान सर्दियों के मौसम में सफेद बटन की खेती करते हैं और उसके बाद फार्म बंद हो जाता है, लेकिन बटन मशरूम के बाद ढींगरी और दूधिया मशरूम का भी उत्पादन किया जा सकता है। सब्जी विभाग के सहयोगी वैज्ञानिक विकास कंबोज ने वातानुकूलित कमरों में मशरूम उत्पादन और स्पॉन्ट मशरूम कम्पोस्ट की विशेषताओं के बारे में बताया। डीके शर्मा ने बताया कि मशरूम से कई प्रकार के उत्पाद बनाए जाते हैं, जिनमें बिस्किट, पापड़, कढ़ी, केक, पिज्जा, सैंडविच आदि शामिल हैं। मशरूम
भिवानी के स्कूल में एनएसएस कैंप लगाया गया
भिवानी: शीतकालीन अवकाश के दौरान भिवानी के हलवासिया विद्या विहार में सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के पहले दिन की शुरुआत स्वच्छता अभियान गतिविधि से हुई, जिसमें स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। स्कूल प्रशासक डॉ. शमशेर सिंह अहलावत और प्रिंसिपल विमलेश आर्य ने स्वयंसेवकों द्वारा स्कूल परिसर में किए गए कार्यों की प्रशंसा की और उन्हें हमेशा अपने अंदर सेवा की भावना बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया।