हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल ओएसडी रह चुके: नीरज दफ्तुआर की फैमिली सुर्खियों में 2.73 करोड़ की जमीन सिर्फ 75 लाख में खरीदी

Update: 2023-05-19 13:26 GMT

हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल ओएसडी रह चुके नीरज दफ्तुआर की फैमिली एक लैंड डील को लेकर सुर्खियों में है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस डील से जुड़े फैक्ट्स का सिलसिलेवार ढंग से खुलासा करते हुए नीरज दफ्तुआर पर कई सवाल उठाए।

AAP नेता अनुराग ढांडा के अनुसार, नीरज दफ्तुआर की पत्नी अनुपम और उनके बेटे आदित्य ने सालभर पहले झज्जर जिले में चेंज ऑफ लैंड यूज (CLU) हो चुकी 9 एकड़ जमीन एक कंपनी से ली। इस कंपनी ने मार्च-2022 में ही ये जमीन 2 करोड़ 73 लाख रुपए में खरीदी और फिर उसका चेंज ऑफ लैंड (CLU) कराया। CLU मंजूर होने से 2 दिन पहले कंपनी डायरेक्टरों ने फाइनेंशियल क्राइसिस के चलते उसे 75 लाख रुपए में अनुपम और आदित्य को बेच दिया।
AAP ने नई कंपनी बनाकर एग्रीकल्चर लैंड खरीदने, उसका CLU कराने और फिर कंपनी व उसकी सारी संपत्तियां दफ्तुआर फैमिली को बेचने का काम सिर्फ 70 दिन में हो जाने की जांच कराने की मांग की।
.कंपनी बनाकर महीने बाद जमीन की डील
हरियाणा में 24 फरवरी 2022 को ANA रियल लॉजिस्टिक्स नाम से एक कंपनी बनाई गई। इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन गुरुग्राम में शिवाजी नगर के एड्रेस पर कराया गया। कंपनी में दो डायरेक्टर थे- सिद्धार्थ लांबा और आशीष चांदना। इस कंपनी को बनाने का मकसद था ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स का काम करना। कंपनी के रजिस्ट्रेशन के 30 दिन बाद दोनों डायरेक्टरों ने हरियाणा के झज्जर जिले की बादली तहसील के खालिकपुर गांव में नौ एकड़ एग्रीकल्चर लैंड खरीदी। ये जमीन रिलायंस कंपनी की ओर से संचालित मॉडल इकोनॉमिक टाउनशिप लिमिटेड से खरीदी गई और सेल डीड के मुताबिक इसकी कीमत दो करोड़ 73 लाख रुपए थी जिस पर 19 लाख 11 हजार रुपए की स्टांप ड्यूटी चुकाई गई।
19 दिन में CLU मंजूर
22 मार्च 2022 को जमीन का सौदा होने के 24 दिन बाद, ANA कंपनी के डायरेक्टर आशीष चांदना ने 15 अप्रैल 2022 को हरियाणा सरकार के डायरेक्टोरेट ऑफ टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग में जमीन के चेंज ऑफ लैंड यूज (CLU) के लिए अप्लाई किया। CLU के लिए दी गई एप्लिकेशन के अनुसार कंपनी इस नौ एकड़ एग्रीकल्चर लैंड पर वेअरहाउस बनाना चाहती थी। आशीष चांदना की एप्लिकेशन मिलने के 19 दिन बाद, 4 मई 2022 को डायरेक्टोरेट ऑफ टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने आवेदन को मंजूर करते हुए जमीन का CLU पास कर दिया।
CLU से दो दिन पहले दफ्तुआर की पत्नी-बेटे को बेच दी जमीन
4 मई 2022 को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से CLU मंजूर होने से दो दिन पहले, 2 मई 2022 को ANA रियल लॉजिस्टिक्स कंपनी के दोनों डायरेक्टरों सिद्धार्थ लांबा और आशीष चांदना ने नीरज दफ्तुआर की पत्नी अनुपम दफ्तुआर और बेटे आदित्य दफ्तुआर के साथ एक कानूनी करार किया। इस करार में कहा गया कि ANA रियल लॉजिस्टिक्स कंपनी और इसकी सारी संपत्तियां अनुपम दफ्तुआर और आदित्य दफ्तुआर के नाम की जा रही हैं। करार में इस सौदे की वजह बताई गई कि उनके पास वेअरहाउस बनाने और ट्रांसपोर्ट व लॉजिस्टिक्स के बिजनेस के लिए फंड नहीं है।
कंपनी बेचने का मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग लेटर- CLU मंजूर होने से 2 दिन पहले ANA कंपनी के दोनों डायरेक्टर ने अपनी कंपनी नीरज दफ्तुआर की पत्नी अनुपम और बेटे आदित्य को 75 लाख रुपए में बेच दी। कंपनी बेचने की वजह फाइनेंशियल क्राइसिस बताई गई।
2.73 करोड़ रुपए की जमीन का सौदा 75 लाख रुपए
जमीन की इस खरीद-फरोख्त में सबसे अहम बात रुपए का लेन-देन है। ANA कंपनी के डायरेक्टरों सिद्धार्थ लांबा और आशीष चांदना ने 22 मार्च 2022 को जो 9 एकड़ एग्रीकल्चर लैंड 2.73 करोड़ रुपए में खरीदी थी, उसे 40 दिन बाद, CLU मंजूर होने से ठीक दो दिन पहले अनुपम दफ्तुआर और आदित्य दफ्तुआर को सिर्फ 75 लाख रुपए में बेच दिया।
कौन हैं नीरज दफ्तुआर
नीरज दफ्तुआर अप्रैल 2016 में हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रिसिंपल ओएसडी बने। उनका काम था सरकारी काम में CM की मदद करना। सितंबर 2021 में करनाल में धरना लगाकर बैठे किसानों को मनाने और उनका धरना खत्म करवाने के लिए नीरज दफ्तुआर को भेजा गया। उन्होंने अपना काम बखूबी करते हुए किसानों को मनाते हुए धरना खत्म करवा दिया। अक्टूबर-2022 में नीरज दफ्तुआर ने मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल ओएसडी के पद से इस्तीफा दे दिया। इन दिनों वह दिल्ली में रह रहे हैं।
खुलासे के बाद हमलावर AAP
AAP नेता अनुराग ढांडा ने दस्तावेज समेत उपरोक्त पूरा खुलासा करते हुए आरोप लगाए कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के ऑफिस में प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तुआर का नाम करोड़ों के भ्रष्टाचार में सामने आया है। उन्होंने सीएमओ में प्रिंसिपल ओएसडी के पद पर रहते हुए करोड़ों की जमीन अपने परिवार के करा दी। रातों रात एएनए रियल लॉजिस्टिकस एलएलपी कंपनी खड़ी कर दी गई। 12 दिनों में इस कंपनी को 9 एकड़ जमीन का सीएलयू जारी कर दिया गया। सीएलयू जारी होने से ठीक दो दिन पहले करोड़ों की ये कंपनी नीरज दफ्तुअर की पत्नी अनुपम दफ्तुआर और बेटे आदित्य दफ्तुआर के नाम महज 75 लाख रुपए में कर दी गई। उन्होंने इस मामले की सीबीआई और ईडी से जांच करने की मांग की।
दफ्तुआर बोले- आरोप गलत, हमारे 4 करोड़ खर्च हुए
इस पूरे मामले पर जब दैनिक भास्कर ने नीरज दफ्तुआर से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि सारे आरोप झूठे हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी बनने के बाद उसके डायरेक्टरों सिद्धार्थ लांबा और आशीष चांदना ने 2.73 करोड़ रुपए में ज़मीन खरीदी। जमीन के सौदे के समय दोनों ने 50 लाख रुपए एडवांस दिए और बाकी के पोस्ट डेटेड चेक दिए। जब ये दोनों जमीन की पेमेंट नहीं कर पाए तो हमसे बात की।
दोनों ने मेरी पत्नी और बेटे से ज़मीन की कीमत के तौर पर दो करोड़ 93 लाख रुपए लिए जिसमें रजिस्ट्री की स्टांप ड्यूटी वगैरह भी शामिल थी। बाद में 75 लाख रुपए अलग से मुनाफे के तौर पर लिए। कुल मिलाकर इस सौदे में हमारे परिवार के लगभग चार करोड़ रुपए खर्च हो गए।
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