हरियाणा: हरियाणा के हिसार जिले में परिवर्तन अस्पताल में मंगलवार रात को आग लग गई. आग में जलने से मरीज अमित की मौत हो गई. अमित को डिप्रेशन के चलते 20 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अमित हिसार के सेक्टर 15 का रहने वाला था और इंकम टैक्स विभाग में कंप्यूटर डाटा आपरेटर के पद पर नियुक्त था. घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. फॉरेंसिक टीम ने कमरे का निरीक्षण किया. वहीं अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजन धरने पर बैठ गए हैं.
अमित के बेटे ध्रुव का कहना है कि उसके पिता 2 दिन से एडमिट थे. कल शाम को डॉक्टर ने राउंड पर आना था, लेकिन वह नहीं आए. उसके पिता को कमरे में बांधा हुआ था. वह कमरे से बाहर बैठा था. रात 1 बजे दवाई देने के लिए कर्मचारी आया था. एकदम से धमाका हुआ और कमरे में आग लग गई. स्टाफ वाले ऊपर से नीचे आ रहे थे और उसके पिता चिल्ला रहे थे. उसने अग्निशमन यंत्र उठाया, लेकिन वह चला नहीं.
बेटे ने बताया कि वह इसके बाद सीढ़ियों से पाइप उठाई और पानी डालने के लिए भागा, लेकिन तब तक जलने से उनकी मौत हो गई थी. पुलिस ने परिवर्तन अस्पताल में पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। आज उसका पोस्टमार्टम होगा. वहीं, परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए है. परिजनों ने अस्पताल संचालक के खिलाफ कारवाई के लिए धरना दिया है. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल संचालक का नशा मुक्ति केंद्र का लाइसेंस 18 जून 2023 को खत्म हो चुका था.
आम आदमी पार्टी नेता मनोज राठी ने आरोप लगाया कि अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र का लाइसेंस 16 जून को खत्म हो चुका है, उसके बाद भी मरीजों को भर्ती किया गया है. मरीज को बांधकर इलाज किया जा रहा था. यह डॉक्टर की लापरवाही है. प्रशासन का इस और कोई ध्यान नहीं है. डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर तुरंत गिरफ्तार किया जाए.