पेयजल बिल वसूली के लिए कॉलोनियों में हर घर सर्वे होगा

Update: 2023-07-06 12:59 GMT

गुडगाँव न्यूज़: नगर निगम पानी के बिलों की वसूली के लिए अब कॉलोनियों और सेक्टरों में पानी के कनेक्शन को लेकर सर्वे करवाएगा. सर्वे के दौरान घरों का पूरा ब्योरा लिया जाएगा. अगर घर में पानी का एक कनेक्शन हैं और चार मंजिला इमारत बनाकर उसे किराए पर दिया हुआ है तो उनको पानी के चार कनेक्शन दिए जाएंगे और चारों से अलग-अलग बिल वसूला जाएगा.

इससे नगर निगम को पानी के बिलों से आय बढ़ेगी और हर माह सात करोड़ रुपये के घाटे को कम किया जाएगा. सर्वे के दौरान अगर कहीं पर पानी का कनेक्शन है और निगम से अनुमति नहीं है तो ऐसे कनेक्शनों की भी पहचान कर उनसे पानी के बिल वसूल किए जाएंगे. ट्रायल के तौर पर निगम द्वारा अभी पांच कॉलोनियों में यह सर्वे किया जा रहा है. इसके बाद पूरे शहर में यह सर्वे करवाया जाएगा. नगर निगम की तरफ से हर माह जीएमडीए को करीब दस करोड़ रुपये पानी के बिलों का भुगतान किया जाता है, जबकि निगम की तरफ से सिर्फ ढाई करोड़ रुपये ही वसूल किए जा रहे हैं. शहर में प्रॉपर्टी आईडी पांच लाख के करीब हैं.

इन अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी

नगर निगम की तरफ से पानी के कनेक्शनों को लेकर पहले सर्वे सुशांत लोक-1, 2, 3, साइथ सिटी-1, 2 और सन सिटी में किया जाएगा. सुशांत लोक-1 में जेई मिलन यादव, एसडीओ कृष्ण कुमार को लगाया गया है. सुशांत लोक-2 और 3 में जेई रितेश के साथ दो सुपर वाइजर को लगाया गया है. साउथ सिटी-1 में जेइ मिलन यादव, साउथ सिटी-2 में प्रियदीप और एसडीओ प्रेम को लगाया गया है. इसके अलावा सनसिटी में जेई रविंद्र कुमार को लगाया गया है. यह सभी टीमें सर्वे रिपोर्ट संयुक्त आयुक्त अखिलेश यादव की निगरानी में तैयार करेगी. इसके बाद 15 दिन के अंदर रिपोर्ट निगमायुक्त को सौंपी जानी है.

लोगों से पूछे जाएंगे इन सवालों के जवाब

स्थानीय आरब्ल्यूए की मदद से निगम के सुपरवाइजर और जेई इन कॉलोनियों के मकानों का रिकॉर्ड लेंगे. इसमें एक फार्म निगम ने बनाया है. उसी के अनुसार लोगों से जानकारी ली जाएगी. इसमें सबसे पहले मकान मालिक का नाम, पता, मकान में कितने तल हैं, मोबाइल नंबर, प्रॉपर्टी आईडी, पानी का कनेक्शन है या नहीं, पानी का मीटर लगा है या नहीं, संपत्ति व्यवसायिक है या रिहायशी आदि की जानकारी निगम सर्वे के दौरान लोगों से लेगा.

पेयजल कनेक्शनों से निगम की आय बढ़ाने के लिए सर्वे करवाया जाएगा. निगमायुक्त के आदेशानुसार टीमों का गठन कर पहले पांच कॉलोनियों में ट्रायल सफल होने के बाद पूरे शहर में सर्वे होगा.

- गोपाल कलावत, कार्यकारी अभियंता, नगर निगम, गुरुग्राम

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