हरियाणा | तहसील के कर्मचारियों के साथ फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन का मालिकाना हक बदलने का फर्जीवाड़ा मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सख्ती शुरू कर दी है. जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने अजरौंदा गांव के पटवार घर का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान वहां एक पटवारी मौके पर मिला जबकि दो सीट पर नहीं मिले. इस पर उपायुक्त ने तहसीलदार को मौके पर बुलाकर दोनों की जानकारी मांगी. बेवजह गायब होने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
उपायुक्त विक्रम सिंह दोपहर करीब 12 बजे अजरौंदा गांव स्थित पटवार घर का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे. उस दौरान वहां पहुंचे लोगों से जानकारी ली. दो पटवारी अपनी सीटों पर नहीं थे. बताया गया कि किसी कार्य से तहसील अथवा दूसरे स्थानों पर गए हुए हैं. उपायुक्त ने वहां पहुंचे सभी लोगों के नाम व मोबाइल नंबर भी नोट किए ताकि बाद में उनके काम से संबंधित जानकारी ले सकें.
फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह चार जिलों में सक्रिय
गिरोह जमीनों के फर्जी कागजात तैयार कर उन्हें राजस्व रिकॉर्ड में शामिल करवाकर लोगों को ब्लैकमेल कर चूना लगाता था. यह गिरोह फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, नूंह चार जिलों में सक्रिय है. धौज थाने में दर्ज मुकदमें के मुताबिक यह गिरोह फर्जीवाड़ा करने के लिए राजस्व विभाग के रिकॉर्ड कीपरों से लेकर आर्थिक अपराध जांच शाखाओं के पुलिसकर्मियों और अधिकारियों तक साठगांठ रखता है. धौज थाने में दर्ज हुए मामले में 13 लोगों को नामजद किया गया है. इसमें पुलिस एसआई से लेकर पटवारी तक शामिल हैं. इस मामले में जांच की जा रही है.