सुविधाओं के अभाव में नीरज चोपड़ा के शहर में नहीं होगा आयोजन, 7 अगस्त को मनाया जाएगा भाला फेंक दिवस
पानीपतः देश में पहली बार 7 अगस्त को भाला फेंक दिवस मनाया जाएगा और खेल प्रतियोगिताओं का (Javelin Throw Day in Panipat) आयोजन करवाया जाएगा. इस दिन जिले के गांव खंडरा के नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ऑलंपिक 2021 (Tokyo olympic gold medalist Neeraj chopra) में 87.58 मीटर दूर भाला फेंक कर एतिहास रचा था और देश के लिए जैवलीन थ्रो में पहला स्वर्ण पदक जीता था.उनके इस शानदार प्रदर्शन पर एथलेटिक्स महासंघ ने हर साल 7 अगस्त को भाला फेंक दिवस मनाने की घोषणा की थी. भाला फेंक दिवस को लेकर हरियाणा खेल विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. भाला फेंक दिवस को लेकर खिलाड़ी तैयारियों में जुटे हैं और उनके कोचस को उम्मीद है कि वो खेलों में शानदार प्रदर्शन करेंगे. खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण (Javelin Throw Day in Haryana) शुरू हो गया है जो 2 अगस्त तक चलेगा.नीरज चोपड़ा के शहर पानीपत में स्टेडियम (Sports stadium in Panipat) में खेल सुविधाओं के अभाव में ये दिवस नहीं मनाया जाएगा. एथलेटिक्स फेडरेशन का कहना है कि पानीपत की जगह करनाल से चैंपियनशिप की शुरुआत की जाएगी. फेडरेशन के अधिकारियों ने बताया कि खेल स्टेडियम में जरूरी खेल उपकरण ने होने के कारण खेलों का आयोजन नहीं किया जा सकता है.एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ हरियाणा (Athletics Federation of Haryana) के महासचिव राजकुमार मिटान ने बताया कि पहली चैंपियनशिप खेल सुविधाओं के अभाव के चलते सीएम सिटी करनाल के कर्ण स्टेडियम में होगी. अगर यहां भी जगह कम पड़ी तो फिर आसपास के खेल परिसरों में भी खेल प्रतियोगिताएं करवाई जाऐंगी. अनुमान लगाया जा रहा है की एक जिले से लगभग 100 खिलाड़ियों के पंजीकरण हो सकता है. भाला फेंक दिवस पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में अंडर 20, 18, 16 और 14 वर्ग के लड़के और लड़कियां भाग ले सकेंगे