डीबीटी समर्थित एमएससी बायोटेक्नोलॉजी की डीबीटी सलाहकार समिति की बैठक विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ हुई
शोध कार्यों पर विद्यार्थियों के रहेगा बायो टेक विभाग में जोर
हरियाणा: गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय में शुक्रवार को डीबीटी समर्थित एमएससी बायोटेक्नोलॉजी की डीबीटी सलाहकार समिति की बैठक विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ हुई। बैठक में पांच एजेंडे पर चर्चा हुई. जिसमें शोध गतिविधियों, विद्यार्थियों की समस्याओं, विभाग में चल रहे शोध कार्य आदि पर चर्चा की गई। बैठक के लिए बाहर से 5 विशेषज्ञ आये थे. जिन्होंने विद्यार्थियों से पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी ली और शोध कार्य का निरीक्षण भी किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि इस कोर्स में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। टीम ने विभाग के शोध कार्य की सराहना करते हुए और अधिक शोध कार्य को बढ़ावा देने की बात कही। प्रो बिश्नोई ने कहा कि इस विभाग का एचआरइंडेक्स 50 हो गया है।
एमएससी बायोटेक एवं डीबीटी एडवाइजरी की बैठक में डॉ. मनोज सिंह (डीबीटी), डॉ. नीलम सांगवान सेंट्रल यूनिवर्सिटी हरियाणा, डॉ. ज्ञान प्रकाश मिश्र, नई दिल्ली, नरेश कुमार व अंकित कुमार आदि मौजूद रहे। सभी विशेषज्ञों ने भी विभाग की सराहना की. इसके अलावा सभी ने यूनिवर्सिटी की तारीफ भी की. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. विनोद कुमार चोकर ने कहा कि डीबीटी समर्थित एमएससी बायो टेक पाठ्यक्रम के लिए छात्रों को डीबीटी द्वारा फेलोशिप और शोध सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं। जिसके लिए विभाग को सालाना करीब 50 लाख रुपये का अनुदान मिलता है। जिससे छात्रों को शोध कार्य करने में आसानी होती है। इस कोर्स में अन्य कोर्स की तुलना में छात्रों के लिए रोजगार के अधिक अवसर हैं।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा:
- शैक्षणिक सत्र 2023-2024 के लिए एमएससी बायोटेक्नोलॉजी में पीजी शिक्षण कार्यक्रम की प्रगति रिपोर्ट।
- उपकरणों के लिए दूसरी किस्त जारी।
- छात्रों द्वारा जांच की गई समस्याएं।
- छात्रों का शैक्षणिक प्रदर्शन।
- विभाग की अनुसंधान एवं विस्तार गतिविधियाँ।
- एमएससी पात्र छात्रों का प्लेसमेंट डेटा।