यमुनानगर में लगातार बारिश से फसल जलमग्न, किसानों के लिए बनी मुसीबत
हरियामा में मौसम कहर बरपाना शुरु कर चुका था
यमुनानगर: हरियामा में मौसम कहर बरपाना शुरु कर चुका था. पहले कड़ाके की ठंड से आमजन को परेशानी हो रही थी, वहीं अब पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से किसानों की फसल बर्बाद होने लगी है. यमुनानगर में बारिश (Rain In Yamunanagar) की वजह से रायपुर-डमौली गांव किसानों की गेहूं और सरसों की फसल लगभग डूब चुकी है. किसानों का कहना है कि शुरुआती बारिश की वजह से सरसों की फसल पर जो फलिया आई थी, वो खराब होनी शुरू हो गई है. इससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.इस ठंड में पड़ रही बारिश ने जहां लोगों को घरों में कैद कर दिया है. वहीं किसान खेतों में मन ही मन रोते दिख रहे हैं.
अपनी आंखों के सामने सारी फसल बर्बाद होते देख रहे हैं, लेकिन कुछ नहीं कर सकते. यहां करीब 350 एकड़ जमीन पर गेहूं सरसों और अन्य फसलें खराब हो चुकी है. किसानों को गेहूं और सरसों की फसल में बीमारी आने का डर है, क्योंकि रात से लगातार बारिश के चलते सरसों की फसल जमीन पर बिछने लगी है, जिसकी वजह से सरसों के फल पर गहरा असर होगा. नीचे गिर गए पेड़ पर उतना फल नहीं लगता जितना खड़ी फसल पर लगता है.
किसानों का कहना है कि वे 10 साल से गेहूं की फसल बोते तो हैं, लेकिन मौसम के कहर की वजह से काटकर नहीं देखी. उन्हें खाने के लिए गेहूं भी खरीदनी पड़ती है उन्होंने आरोप लगाए कि ना तो यहां प्रशासन आता है और यदि मुआवजा भी मिलता है तो सिर्फ 50 या 100 रुपये.
बता दें कि इन दिनों हरियाणा में हाड़ कंपा देने वाली ठंड (haryana weather update) पड़ रही है. पहाड़ों में हो रही बर्फबारी की वजह से हरियाणा शीतलहर की चपेट में है. हरियाणा में शीतलहर (cold wave in haryana) के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. वहीं दो दिनों से हो रही बारिश के बाद ठंड में और इजाफा हुआ है. रविवार को पंचकूला का न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो प्रदेश में सबसे कम रहा. इसके अलावा अंबाला का न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है.