जिला के 13 पशुपालकों कों उपलब्ध करवाए गए बैकयार्ड पोल्ट्री के चीक्स, फीडर, ड्रिंकर

आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में पशुपालन एवं डेयरी विभाग की ओर से बैकयार्ड पोल्ट्री स्कीम के तहत गांव अहलीसदर, दरियापुर, नूरकीअहली, भट्टू कलां, रतिया, चिम्मो, टोहाना में बीपीएल व अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों के चिह्नित 13 पशुपालकों को बैकयार्ड पोल्ट्री के चीक्स, फीडर, ड्रिंकर उपलब्ध करवाए गए है

Update: 2022-07-30 09:21 GMT

फतेहाबाद: आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में पशुपालन एवं डेयरी विभाग की ओर से बैकयार्ड पोल्ट्री स्कीम के तहत गांव अहलीसदर, दरियापुर, नूरकीअहली, भट्टू कलां, रतिया, चिम्मो, टोहाना में बीपीएल व अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों के चिह्नित 13 पशुपालकों को बैकयार्ड पोल्ट्री के चीक्स, फीडर, ड्रिंकर उपलब्ध करवाए गए है। राजकीय हैचरी फार्म की सहायक निदेशक डॉ. संगीता दलाल ने बताया कि यह योजना राजकीय पशुधन फार्म के अंतर्गत राजकीय हैचरी फार्म, हिसार द्वारा चलाई गई है। सहायक निदेशक डॉ. संगीता दलाल ने बताया कि मुर्गी पालन में आय स्त्रोत बढ़ाने की संभावनाएं है। इसके तहत 3-4 माह के बाद एक देसी मुर्गी को बेचता है तो कम से कम 500 रुपये की आय होती हैं। इसके अलावा देसी मुर्गी के अंडे बेचने से भी अच्छी आमदनी होती हैं। यह योजना इन परिवारों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

मुर्गी पालन गतिविधियों के माध्यम से इस क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना सबसे अधिक है। ऐसे में राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति, बीपीएल के तहत चिह्नित परिवारों के नागरिकों को इस क्षेत्र में रोजगार देने का मौका देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि यह योजना सरकार ने हरियाणा की सीमा के अंदर आने वाले ग्रामीण क्षेत्र से संबंध रखने वाले बीपीएल अथवा अनुसूचित जाति के बेरोजगार लोगों के लिए प्रारंभ की है। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुखविन्द्र सिंह ने बताया कि यह मुफ्त योजना राज्य सरकार ऐसे किसानों और मजदूरों के लिए लेकर आई है, जोकि गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी से संबंध रखते हैं। उन्होंने बताया कि लाभार्थी लोगों को इस योजना में मुर्गी पालन यूनिट का काम करने के लिए आवेदन करते समय अपना बीपीएल अथवा अनुसूचित जाति प्रमाण-पत्र फार्म के साथ सभी आवेदकों को अपनी एक पासपोर्ट आकार की फोटोग्राफ भी संलग्न करनी होगी।

जनभावना टाइम्स

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