गुडगाँव न्यूज़: नगर निगम गुरुग्राम में ठेकेदारों और अधिकारियों की लापरवाही के कारण मापदंडों को दरकिनार कर विकास कार्ये किए जा रहे हैं. साल 2021 में गांव नाथूपुर में सवा दो करोड़ रुयये खर्च कर सड़क का निर्माण किया था.
इसमें नियमों को अनदेखा करते हुए घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल हुआ था. इसको खुलासा नगर निगम की विजिलेंस की जांच में हुआ है. विजिलेंस टीम ने निगम के दो कार्यकारी अभियंता और दो एसडीओ की लापरवाही मिली है. विजिलेंस की सिफारिश पर चारों अधिकारियों को हरियाणा सिविल सर्विस रूल-8 के तहत चार्जशीट किया गया है. चारों अधिकारी अब नगर निगम में मौजूद नहीं है. जांच के दौरान अधिकारियों को इसमें शामिल किया गया था. इसमें लापरवाही मिली है. इसी को लेकर चार्जशीट दी है.
निगमायुक्त के आदेश पर हुई थी जांच सड़क निर्माण के बाद स्थानीय लोगों द्वारा तत्कालीन निगमायुक्त को सड़क निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल की शिकायत की गई थी. जिस पर निगमायुक्त संज्ञान लेते हुए निगम विजिलेंस को जांच के आदेश दिए थे. जिस पर विजिलेंस टीम ने जांच करते हुए रिकॉर्ड की जांच की थी.
सड़क के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें दो नमूने जांच में फेल पाए गए थे. ठेकेदार को बिलों का भुगतान किया था उस समय इस सड़क के सभी नमूने पास की रिपोर्ट इसमें लगाई हुई थी. ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही और मिलीभगत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है.
शिकायत पर रातोंरात दोबारा बनाई
सड़क निर्माण के बाद जब मार्च 2021 में इसकी शिकायत निगमायुक्त से की गई तो इसके बाद ठेकेदार ने रातोंरात इस सड़क का दोबारा से निर्माण कर दिया था. बावजूद सही गुणवत्ता की निर्माण सामग्री का प्रयोग नहीं किया गया था. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि निगम में काम करने वाली एजेंसियां कैसे लापरवाही कर रही हैं.
छह माह में किया निर्माण
नगर निगम की तरफ से नवंबर 2021 में एक ठेकेदार को गांव नाथूपुर में सड़क निर्माण का कार्य दिया गया था. निगम ने ठेकेदार को दो करोड़ 12 लाख रुपये में सड़क निर्माण और नाले के निर्माण का कार्य जारी किया था. ठेकेदार ने करीब छह माह में इस सड़क का निर्माण कर दिया था. निर्माण सेक्टर रोड से गांव नाथूपुर तक किया गया था.
60 से ज्यादा मामलों की चल रही है जांच
विजिलेंस की टीम के पास 60 से ज्यादा मामलों की जांच चल रही है. टीम द्वारा लगातार हर मामले की जांच कर रही है. इसमें विकास कार्यों में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग, गलत फायर एनओसी समेत अन्य शिकायतें पहुंच रही है. दस से ज्यादा मामलो की विजिलेंस ने जांच पूरी कर मामले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है.
विजिलेंस जांच में नाथूपुर गांव की सड़क के नमूने फेल मिले हैं. इस लापरवाही में दो दो एसडीओ और कार्यकारी अभियंता चार्जशीट किए गए हैं.
-रोहताश बिश्नोई, एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर, नगर निगम, गुरुग्राम