Chandigarh: पूर्व आईएएस अधिकारी की पुस्तक ‘ए ब्यूरोक्रेट रिकॉल्स’ का विमोचन
Chandigarh,चंडीगढ़: सिख रेजिमेंट की वीरता से लेकर पंजाबी युवाओं में नशे की लत की मौजूदा समस्या तक, पूर्व आईएएस अधिकारी कैप्टन नरिंदर सिंह ने अपनी किताब ‘ए ब्यूरोक्रेट रिकॉल्स’ में अपने दिल की बात कही है। पंजाब के लोकपाल न्यायमूर्ति वीके शर्मा ने यहां डिफेंस सर्विसेज ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट (DSOI) में सेना के अधिकारियों, सेवारत और सेवानिवृत्त नौकरशाहों और साहित्यकारों की मौजूदगी में किताब का विमोचन किया। इस मौके पर न्यायमूर्ति आरपी नागथ, आरआई सिंह (पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव), डॉ. जोरा सिंह (कुलपति, देश भगत विश्वविद्यालय) और विवेक अत्रे (पूर्व आईएएस अधिकारी और लेखक) जैसे अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। कैप्टन नरिंदर सिंह की यह तीसरी किताब है। इससे पहले उन्होंने दो किताबें ‘जीवन खेड़’ और ‘वाइब्रेंट कलर्स ऑफ पंजाब’ लिखी थीं।
किताब में कैप्टन नरिंदर सिंह के जीवन और सीखों का विस्तृत विवरण दिया गया है। इसमें सिख रेजिमेंट में सेना अधिकारी के तौर पर उनकी सेवा, खेलों के प्रति उनका उत्साह और नौकरशाह के तौर पर उनके समय को शामिल किया गया है। कैप्टन सिंह के विविध अनुभवों और उनसे सीखे गए सबकों को उनके जीवन और उनके सामने आई चुनौतियों पर खुलकर नज़र डालते हुए पेश किया गया है। अत्रेय ने कहा, “यह किताब पंजाब में खेलों की नब्ज़ को छूने में कामयाब रही है। यह कानून, अच्छे पुराने ‘फौजी’ दिनों और ड्रग्स जैसे कई विषयों की पड़ताल करती है, जिसमें लेखक ने अपने अनुभव साझा किए हैं।” डॉ ज़ोरा सिंह ने घोषणा की कि देश भगत विश्वविद्यालय के चांसलर के तौर पर वे इस किताब का पंजाबी में अनुवाद करवाएंगे।