CBSE Result: टॉपरों में छोरियों का नाम दर्ज
टॉपरों में छोरियों का नाम दर्ज
करनाल : शुक्रवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया। हर बार की तरह इस बार भी करनाल जिले की बेटियों ने बेटों को पीछे छोड़ दिया। परीक्षा परिणाम घोषित होने बाद दोपहर से शाम तक अभिभावक अपने बच्चों के परीक्षा परिणाम देखने के लिए दिनभर नेंट केफों पर दिखे। वहीं कुछ अभिभावक अपने बच्चों के साथ उनके स्कूल में पहुंचे और स्कूल में जाकर अपने बच्चों के परीक्षा परिणाम देखें।
करनाल जिले में अच्छे अंक हासिल करने वाली बेटियों ने खुशी जाहिर की। जहां जिले के छोटे से गांव गुढ़ा की रहने वाली मुस्कान का कहना है कि वह विदेश में जाकर पढ़ाई करना चाहती है। मुस्कान ने कहा कि उसके आर्ट्स स्ट्रीम में 97 प्रतिशत अंक आए है। वह विदेश में पढ़ाई करके अपने माता-पिता का नाम रोशन करना चाहती है। मुस्कान का कहना है कि वह विदेश में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद गांव में स्कूल खोल कर गांव के बच्चों पढ़ाना चाहती है ताकि उसके गांव के बच्चें कभी पढ़ाई में पीछे न रह सके। जिससे उसके गांव का नाम रोशन होगा। मुस्कान की ऐसी सोच को हर कोई सलाम करने को मजबूर हो जाएगा।
वहीं करनाल की रहने वाली कृति ने कहा कि बताया कि उसको कॉमर्स स्ट्रीम में 96 प्रतिशत अंक मिले है। वह अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व अध्यपाकों को दिया। कृति कहती है उसका सपना है कि वह विदेश में जाकर पढ़ाई करें और वहां पर सीए बन जाए। वहीं उन्होंने कहा कि आज के समय में बेटी किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। लड़कियां मर्दों के साथ कंदे से कंदा मिलाकर चल रही है।
जिले के रहने वाले हर्ष ने कहा कि उसके कॉमर्स स्ट्रीम में 87 प्रतिशत अंक आए है। वह अपनी इस सफलता को श्रेय अपने अध्यापकों व माता-पिता को देना चाहता है। जिन्होंने कोविड के समय में भी ऑनलाइन कक्षा में मुझे अच्छे से समझाया। उन्ही की बदोलत आज उसको यह सफलता मिली है। उसका सपना है कि उसकी आगे की पढ़ाई विदेश में हो और वहां से वह पढ़ाई पूरी करके करनाल में अपना बिजनेस शुरू करें।
करनाल के सेक्टर-6 की रहने वाली हरप्रित ने मेडिकल स्ट्रीम में 84 प्रतिशत अंक हासिल किए है। उन्होंने अपनी इस सफलता को श्रेय अपने आप को अपने माता-पिता और अपने ट्यूशन अध्यापक को दिया। हरप्रित ने कहा कि वह आगे की पढ़ाई चंडीगढ में करना चाहती है।
Source: Punjab Kesari