MBBS कर रहे छात्रों के हित के लिए बॉन्ड पॉलिसी बनाई गई है: सीएम मनोहर लाल
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रोहतक। सीएम मनोहर ने कहा कि डॉक्टरी का पेशा मेवा के नहीं सेवा के लिए है। इसलिए हरियाणा सरकार ने एमबीबीएस कर रहे छात्रों के हित के लिए बॉन्ड पॉलिसी बनाई गई है, लेकिन उससे छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है। बता दें कि सीएम मनोहर आज पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने छात्रों को मेडल और डिग्रियां वितरित की। सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए हर संभव काम कर रही हैं। लगभग 11000 करोड़ रुपए का बजट स्वास्थ्य सेवाओं के लिए रखा गया है। आने वाले 5 साल में प्रदेश के हर एक जिले में मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अभी भी प्रदेश में डॉक्टरों की कमी है। प्रदेश की जनसंख्या के हिसाब से 28000 डॉक्टर होने चाहिए, लेकिन यह कमी अभी पूरी नहीं हो पाई है। बॉन्ड पॉलिसी के हो रहे विरोध को लेकर भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि यह बांड पॉलिसी प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए बनाई गई है। छात्रों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। दीक्षांत समारोह में तीन मेडल जीतने वाली कैथल की रहने वाली डॉक्टर मुस्कान गर्ग काफी खुश नजर आई और उन्होंने इसका श्रेय अपनी मेहनत और अपने माता-पिता के सहयोग को दिया है। डॉक्टर मुस्कान को पीजीआईएमएस का गोल्ड मेडल मिला है, जबकि पूरे हरियाणा में यूनिवर्सिटी को सिल्वर मेडल मिला है।