बेअदबी संबंधी पंजाब सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट पर बाजवा ने उठाए सवाल, कही ये बात

बड़ी खबर

Update: 2022-07-04 17:47 GMT

गुरदासपुर। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की तरफ से बेअदबी के मामलों संबंधी जारी की रिपोर्ट पर पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विरोधी पक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कई सवाल खड़े किए हैं। बाजवा ने पंजाब केसरी के साथ बातचीत दौरान उक्त अहम मामले संबंधी कहा कि इस रिपोर्ट के अनुसार बेअदबी करने में केवल डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम और उसके चेले ही शामिल थे और रिपोर्ट के पन्ने 12 पर आरोपियों के नाम भी बताए गए हैं और यह सभी नाम केवल डेरा प्रमुख और उसके पैरोकारों के हैं।

बाजवा ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले अरविन्द केजरीवाल ने कहा था कि बेअदबी मामलों में समकालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल शामिल थे और किसी कीमत पर बादलों को बख्शा नहीं जाएगा परन्तु जब पंजाब में आम आदमी पार्टी की ही सरकार है तो इस सरकार की तरफ से पेश की यह रिपोर्ट बादलों की भूमिका बारे पूरी तरह खामोश है।
बाजवा ने केजरीवाल और भगवंत मान को सवाल किया कि अब अचानक यह तबदीली क्यों आई है? बाजवा ने कहा कि क्या इसका मतलब यह है कि चुनाव से पहले अरविन्द केजरीवाल की तरफ से बेअदबी के आरोपियों संबंधी दिए गए बयान पंजाब के लोगों के साथ किए झूठे वायदों का ही एक हिस्सा थे? बाजवा ने इस बात की निंदा की कि यह रिपोर्ट बरगाड़ी मोर्चे पर धरने लगाने वाले लोगों को सौंपने की बजाय कुछ सिख धार्मिक नेताओं को सौंपी गई है। यहां तक कि शिकायतकर्ता सुखराज सिंह ने तो यह भी दावा किया है कि जिन लोगों को यह रिपोर्ट सौंपी गई है, वह कभी भी बरगाड़ी मोर्चे का हिस्सा नहीं रहे।
बाजवा ने कहा कि मान सरकार को यह स्पष्ट करने की जरूरत है कि यह रिपोर्ट इन लोगों को ही क्यों सौंपी गई है। यह रिपोर्ट सत्य को सामने लाने और असली आरोपियों को पकड़ने में नाकाम रही है। यह रिपोर्ट नष्ट किए गए प्रमाणों का हवाला देने की बजाय, सी.बी.आई. की भूमिका की आलोचनात्मक रिपोर्ट है। इसमें पुलिस अधिकारियों की भूमिका संबंधी भी खामोशी है जिसके द्वारा स्पष्ट तौर पर पंजाब पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों को बचाने की कोशिश की गई है।

Similar News

-->