Haryana गुरुग्राम : हरियाणा के पंचकूला में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह चल रहा है। नायब सिंह सैनी ने एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, वहीं राव नरबीर सिंह ने चौथी बार मंत्री पद की शपथ ली है। हरियाणा की सबसे बड़ी विधानसभा सीट बादशाहपुर से विधायक राव नरबीर सिंह (55) चौथी बार राज्य मंत्री बने हैं। राव नरबीर दूसरी बार बादशाहपुर से विधायक बने हैं। 2014 में उन्होंने ही बादशाहपुर में पहली बार कमल खिलाया था। सिंह ने 1987, 1996 और 2014 में क्रमश: हरियाणा की जटूसाना, सोहना और बादशाहपुर सीटों का प्रतिनिधित्व किया था।
सिंह ने 2014 से 2019 तक पहली मनोहर लाल खट्टर सरकार में लोक निर्माण, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, वास्तुकला और वन समेत कई मंत्रालयों को संभाला था। 2014 के हरियाणा चुनाव में नरबीर सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार राकेश दौलताबाद को हराकर बादशाहपुर सीट जीती थी। राव नरबीर को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता और दादा भी पूर्व में विधायक रह चुके हैं। राव इंद्रजीत सिंह के बाद राव नरबीर अहीरवाल के सबसे बड़े नेता माने जाते हैं। लेकिन 2019 में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इस बार भी जब उनके टिकट कटने की चर्चाएं होने लगीं तो उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
हालांकि बाद में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की और टिकट भी हासिल कर लिया। सिंह हरियाणा के अहीरवाल बेल्ट के बड़े नेताओं में से एक हैं। सबसे ज्यादा वोटरों वाले बादशाहपुर इलाके में उनकी अच्छी पकड़ बताई जाती है। उनका हाईकमान से सीधा संबंध भी है।
इलाके में सबसे बड़ी जीत भी उनके नाम दर्ज है। 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में राव नरबीर सिंह सिंह एकमात्र ऐसे नेता हैं जिन्हें सीधे भाजपा हाईकमान से टिकट मिला है। सिंह ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में बादशाहपुर सीट पर जीत दर्ज की और कांग्रेस उम्मीदवार वर्धन यादव को भारी अंतर से हराया। चुनाव में उन्हें कुल 1,45,503 वोट मिले और उन्होंने वर्धन यादव को 60,705 वोटों से हराया। मतों की गिनती शुरू होते ही राव नरबीर सिंह ने बढ़त बना ली और फिर वे इस अंतर को बढ़ाते चले गए और जीत हासिल कर ली। (आईएएनएस)